हेमकांत कात्यायन/ज्ञान ठाकुर
मंडी/शिमला, 27 दिसंबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश सिंगल यूज प्लास्टिक की समस्या से निपटने के लिए प्राथमिकता के आधार पर काम कर रहा है। इसी के चलते देश ने वर्ष 2030 तक अपनी स्थापित बिजली क्षमता का 40 फीसदी गैर जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों से पूरा करने का लक्ष्य नवंबर 2021 में ही हासिल कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंडी में प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार के चार वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के मौके पर आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ देशव्यापी अभियान के साथ-साथ हमारी सरकार प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर भी काम कर रही है। उन्होंने हिमाचल आने वाले सैलानियों से भी आग्रह किया कि वे प्लास्टिक से प्रदेश के नदी-नालों और पहाड़ों को प्रदूषित न करें।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर विपक्ष पर भी प्रत्यक्ष और परोक्ष हमले बोले। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि देश में इस समय दो माडल काम कर रहे हैं। इनमें से एक माडल सरकार का है, जिसमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास शामिल है। जबकि दूसरी मॉडल खुद का स्वार्थ, परिवार का स्वार्थ और विकास भी खुद के परिवार का ही है। उन्होंने कहा कि पहला मॉडल पूरी ताकत से विकास में जुटा है और उसका कोई राजनीतिक स्वार्थ नहीं है। इसके विपरीत दूसरा मॉडल सिर्फ अपने और परिवार के विकास तक सीमित है। नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि देश में दो विचारधाराएं मौजूद हैं। इनमें से एक विचारधारा विकास की है, जबकि दूसरी विलंब की है। उन्होंने कहा कि विलंब की विचारधारा ने देश में कभी भी विकास कार्य नहीं होने दिए और लोगों को दशकों तक इंतजार करवाया। हिमाचल भी इसका शिकार हुआ है। यही कारण है कि जहां अटल टनल के बनने में दशकों का विलंब हुआ, वहीं, रेणुका बांध के निर्माण के लिए भी प्रदेशवासियों को दशकों लंबा इंतजार करना पड़ा। इस विलंब की विचारधारा के विपरीत हमारी सरकार की विचारधारा विकास की है। इसी का नतीजा है कि जहां रिकार्ड समय में अटल टनल का निर्माण हुआ, वहीं चंडीगढ़-शिमला और चंडीगढ़-मनाली को फोरलेन सड़कों से जोड़ने का काम भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल में डबल इंजन की सरकार से यहां के लोगों के जीवन में बहुत बदलाव आया है। फिर चाहे केंद्र की आयुषमान योजना के साथ प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई हिमकेयर य़ोजना हो या फिर उज्जवला योजना के साथ आरंभ की गई गृहिणी सुविधा योजना हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल में सात दशक में महज सात लाख परिवारों को पाइप से पानी दिया गया, जबकि मौजूदा सरकार के महज दो साल के कार्यकाल में ही सात लाख नए परिवारों को पाइप से पानी मिल रहा है। अब प्रदेश में 90 फीसदी आबादी के पास नल से जल की सुविधा है।
खुद को मंडी से जोड़ा मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान खुद को मंडी से जोड़ने का प्रयास किया। उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत मंडयाली भाषा में की और कहा कि उन्हें इसी महीने काशी विश्वनाथ के दर्शनों के बाद अब मंडी में भूतनाथ, पंचबख्तर और महामृत्युंजय मंदिरों आशीर्वाद लेने का मौका मिला है। मोदी ने कहा कि जब भी वे मंडी आते हैं, तो मंडी की सेपु बड़ी, कचौरी और बदाने का स्वाद लेना नहीं भूलते।