देशभर में स्वतंत्रता दिवस की धूम
शुक्रवार को पूरा देश 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मना रहा है। कई दिन पहले से ही तिरंगा यात्राओं के जरिये देशभर में समारोहों की धूम है। मुख्य समारोह शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले पर आयोजित होगा। पूरे परिसर पर सुरक्षाबलों की चौकस निगाहें हैं। यहां 11 हजार सुरक्षा कर्मियों और 3000 यातायात पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। उधर, सीमा पर भी गहन चौकसी है। सीमा पार से किसी भी नापाक मंसूबे को नाकाम करने के लिए नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सेना, सीमा सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस की बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। मोदी लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री का यह संबोधन ऐसे समय पर हो रहा है जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को कुछ महीने ही हुए हैं और विपक्षी दल चुनाव में कथित गड़बड़ियों को लेकर एकजुट होकर उनकी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। इंदिरा गांधी के लगातार 11 भाषणों को पीछे छोड़ते हुए, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे स्थान पर होंगे। इंदिरा गांधी जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक, और फिर जनवरी 1980 से अक्तूबर 1984 में अपनी हत्या तक, प्रधानमंत्री पद पर रहीं। कुल मिलाकर, उन्होंने 15 अगस्त को प्रधानमंत्री के रूप में 16 भाषण दिए हैं।
1,090 पुलिस, बीएसएफ के 16 कर्मियों को पदक
केंद्र सरकार ने विभिन्न केंद्रीय और राज्य बलों के 1,090 पुलिस कर्मियों के लिए सेवा पदक की घोषणा की। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, 233 कर्मियों को वीरता पदक से, 99 कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 758 कर्मियों को सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। इनके अलावा ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान ‘विशिष्ट बहादुरी’ और ‘अद्वितीय साहस’ का प्रदर्शन करने के लिए बीएसएफ के 16 कर्मियों को वीरता पदक से सम्मानित किया गया है।
85 ग्राम सरपंच विशेष अतिथि : 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 85 ग्राम सरपंचों के ग्रामीण क्रांति में योगदान को देखते हुए उन्हें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।