नयी दिल्ली, 30 सितंबर (एजेंसी)
थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा पर घटनाएं तब तक होती रहेंगी, जब तक दोनों देशों के बीच सीमा समझौता नहीं हो जाता। उन्होंने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रम पर भारतीय सेना ने निश्चित रूप से ध्यान केंद्रित किया है और वह खतरे का आकलन करने के साथ ही रणनीति की तैयारी में जुटी है।
चीन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सीमा का एक लंबित मुद्दा है। हम फिर से किसी भी दुस्साहस का सामना करने के लिए तैयार हैं, जैसा कि हमने अतीत में प्रदर्शित किया है। इस तरह की घटनाएं तब तक होती रहेंगी, जब तक कि एक दीर्घकालिक समाधान नहीं हो जाता, और वह है सीमा समझौता। और यह हमारे प्रयासों के केंद्र में होना चाहिए, ताकि हमारी उत्तरी सीमा पर स्थायी शांति हो।’
सैनिकों की तैनाती कर रहा चीन : विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन के भड़काने वाले व्यवहार, यथास्थिति को एकतरफा तरीके से बदलने की कोशिश के कारण पूर्वी लद्दाख में एलएसी से लगते इलाकों में शांति भंग हुई। चीन सीमावर्ती इलाकों में लगातार सैनिकों और सैन्य साजो-सामान की तैनाती कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन की गतिविधियों की प्रतिक्रिया में भारतीय सशस्त्र बलों ने उचित जवाबी तैनाती करनी पड़ी है। मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि चीनी पक्ष पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान की दिशा में काम करेगा।