सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 25 फरवरी
किश्तवाड़ के वारवान इलाके के गांव चोइद्रमन के वह सभी 6 लोग सुरक्षित अपने घरों को लौट आए हैं जो 3 दिन पहले बर्फबारी में गुम हो गए थे। गांववालों ने ही नहीं बल्कि परिजनों ने भी भारी बर्फबारी के बीच गत् मंगलवार से लापता हुए अपनों की वापसी की उम्मीद छोड़ दी थी। परंतु आज सुबह जब फोन पर सभी 6 लोगों के सकुशल होने की जानकारी मिली तो सभी की आंखों से खुशी के आंसू छलक आये।
लापता लोगों में अजाज अहमद कोका, मोहम्मद अकबर कोका, गुलाम नबी, गुलजार अहमद, मंजूर अहमद और इदरीस अहमद शामिल हैं। घर पहुंचने पर उन्होंने बताया कि भारी बर्फबारी के बावजूद उन्होंने 2 रात मार्गन टाप में और एक रात नारीबलन में बिताई। आज सुबह ही वे नारीबलन से निकले थे और दोपहर बाद घर पहुंच गए।
सभी 6 लोग अनंतनाग से किश्तवाड़ जिले के लिए पैदल ही निकले थे, जिसके बाद से लापता हो गए थे। लापता लोगों को तलाश करने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सेना हेलीकाप्टर की सेवा लेने की कोशिश की है थी पर खराब मौसम के कारण पहाड़ी इलाकों में तलाशी अभियान में दिक्कत हो रही थी।
जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन के निदेशक आमिर अली ने बताया कि लापता लोग अनंतनाग के वारवान से मार्गन टाप के लिए एक उबड़-खाबड़ पहाड़ी इलाके से पैदल ही निकले थे। उन्होंने बताया कि लापता लोगों ने मंगलवार को मार्गन टाप से अपने परिवार को आखिरी बार फोन किया था, लेकिन वे जब अपने घर नहीं पहुंचे तो सेना ने बुधवार से दोनों जिलों के प्रशासन के साथ तलाशी अभियान शुरू कर दिया था। गुरुवार को भी तलाशी की गई, और अंततः वे आज खुद ही सकुशल घरों में पहुंच गए।
वहीं किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि लापता लोगों के बारे में अब जानकारी मिली गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तलाशी अभियान मुश्किल था क्योंकि बर्फ की गहराई 12 फीट है। किश्तवाड़ पुलिस ने बृहस्पतिवार शाम को बताया था कि लापता लोगों का पता नहीं चल पाया है। किश्तवाड़ पुलिस नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम के कारण तलाशी अभियान में दिक्कत आ रही थीं। उन्होंने कहा कि हमने हेलीकाप्टर सेवा के लिए अनुरोध किया था, लेकिन मौसम की वजह से हेली सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति नहीं मिली थी।