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Odisha Superstition : अंधविश्वास के नाम के साथ नवजात के साथ क्रूरता, इलाज के नाम पर 40 बार लगाई गर्म रॉड, अस्पताल में भर्ती

इलाज के नाम पर एक महीने के बच्चे को लोहे की गर्म छड़ से 40 बार दागा
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भुवनेश्वर, 3 मार्च (भाषा)

Odisha Superstition : ओडिशा के नबरंगपुर जिले में इलाज के नाम पर एक महीने के बच्चे को लोहे की गर्म छड़ से करीब 40 बार दागने का मामला सामने आया है। अधिकारियों ने यह सोमवार को यह जानकारी दी।

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अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। उन्होंने बताया कि बच्चा नबरंगपुर जिले के चंदाहांडी खंड के गंभरीगुडा पंचायत के फुंडेलपाड़ा गांव का निवासी है। अधिकारियों ने बताया कि बच्चे को इलाज के लिए उमरकोट उप-संभागीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

नबरंगपुर के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉ. संतोष कुमार पांडा ने अस्पताल का दौरा किया और बताया कि शिशु के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया, ‘‘बच्चे के पेट और सिर पर दागने के करीब 30 से 40 निशान हैं। घटना को अंधविश्वास की वजह से अंजाम दिया गया क्योंकि परिवार के सदस्यों का मानना था कि अगर बच्चे को लोहे की गर्म छड़ से दागा जाएगा तो उसकी बीमारियां ठीक हो जाएंगी।''

चिकित्सक ने बताया कि दस दिन पहले बच्चे को बुखार आया था और वह बहुत रो रहा था। पांडा ने बताया कि बच्चे के परिजनों का मानना ​​था कि उस पर किसी बुरी आत्मा का साया है। चिकित्सक से इलाज कराने की बजाए उन्होंने बच्चे को 30-40 बार लोहे की गर्म छड़ से दागा, इस विश्वास के साथ कि इससे वह ठीक हो जाएगा। उन्होंने बताया कि लोहे की गर्म छड़ से दागने के बाद जब वह गंभीर रूप से बीमार हो गया तो उसे उमरकोट अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सीडीएमओ ने बताया कि दूरदराज के इलाकों में इस तरह की प्रथाओं का लंबे समय से चलन है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने चंदाहांडी खंड पर ध्यान केंद्रित करने और लोगों को जागरूक करने का फैसला किया है जिससे बच्चों को लोहे की गर्म छड़ से दागने के बजाए उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया जाए।

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