जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू, समिति गठित
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस यशवंत वर्मा को पद से हटाने के कई सांसदों के एक प्रस्ताव को मंगलवार को विचारार्थ स्वीकार कर लिया और उनके खिलाफ आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की और इसके साथ ही जस्टिस वर्मा पर महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने समिति के गठन की घोषणा करते हुए कहा कि जस्टिस वर्मा के खिलाफ आरोप गंभीर प्रकृति के हैं, इसलिए उन्हें जज के पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। बिरला ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरविंद कुमार, मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मनींद्र मोहन श्रीवास्तव और कर्नाटक हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता बीवी आचार्य शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि समिति यथाशीघ्र अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जांच समिति की रिपोर्ट प्राप्त होने तक प्रस्ताव (जस्टिस वर्मा को हटाने का) लंबित रहेगा।
जस्टिस वर्मा के आवास पर जले हुए नोट मिलने के बाद उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट से इलाहाबाद हाईकोर्ट भेज दिया गया था। पिछले सप्ताह, उच्चतम न्यायालय ने पूर्व सीजेआई संजीव खन्ना द्वारा न्यायमूर्ति वर्मा को हटाने की सिफारिश के खिलाफ याचिका खारिज कर दी।