दर्शकों की भीड़ ज्यादा तो महंगा मिलेगा फिल्म टिकट
दुष्यंत सिंह पुंडीर/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 19 अप्रैल
फिल्म हिट तो टिकट महंगा और दर्शकों की भीड़ कम तो सस्ता। यूटी प्रशासन चंडीगढ़ के सिनेमा हॉल के लिए कुछ ऐसी व्यवस्था लागू करने जा रहा है, जिसमें किसी फिल्म के लिए दर्शकों की मांग के आधार पर टिकट की दरों में बदलाव किया जा सकेगा। मोहाली, पंचकूला जैसे पड़ोसी शहरों और दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में यह व्यवस्था पहले से लागू है। हरियाणा और पंजाब की तरह सिनेमा टिकट के फ्लेक्सिबल रेट को लेकर एक मसौदा नीति मंजूरी के लिए संबंधित अधिकारियों को भेजी गयी थी। हालांकि, अधिकारियों ने एक प्रश्न के साथ मसौदा वापस भेज दिया है। सवाल किया गया है कि यदि नयी व्यवस्था लागू होती है, तो इससे प्रशासन के राजस्व पर कोई प्रभाव तो नहीं पड़ेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जल्द ही उत्तर दिया जाएगा और अंतिम मंजूरी के लिए दोबारा भेज दिया जाएगा।
वर्तमान में, सिनेमा संचालकों को साल में केवल दो बार टिकट की कीमतें बदलने की अनुमति है। हालांकि, नयी नीति लागू होने के बाद उनके पास उच्च-मांग अवधि के दौरान टिकट की कीमतें बढ़ाने और कम मांग वाले दिनों या सप्ताह के दिनों में इन्हें कम करने का अधिकार होगा।
नयी प्रणाली के तहत ऑपरेटरों एक ही समय में अलग-अलग फिल्मों के लिए अलग-अलग कीमतें वसूल सकेंगे। दर्शकों की मांग के आधार पर सप्ताहांत को छोड़कर पूरे दिन टिकट की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकेगा। इससे ऑपरेटरों को अधिक लचीलापन मिलेगा और कम लोकप्रिय दिनों में दर्शकों के लिए संभावित रूप से अधिक किफायती विकल्प उपलब्ध होंगे।
वर्तमान में चंडीगढ़ में टिकट की दरें केवल सप्ताहांत पर बदलती हैं, जबकि फ्लैट दरें हर दिन लागू होती हैं। प्रस्तावित नीति के साथ, टिकट दर वृद्धि की सीमा हटा दी जाएगी। प्रशासन को उम्मीद है कि नयी नीति से दर्शकों और राजकोष दोनों को फायदा होगा। लोगों को कम मांग वाले समय में कम दरें चुकानी होंगी, जबकि टिकटों पर 18% जीएसटी के माध्यम से प्रशासन के राजस्व में वृद्धि होगी।