दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 18 नवंबर
हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा बरोदा उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद अब हुड्डा खेमा प्रदेशभर में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ाने की तैयारियों में जुट गया है। पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा बरोदा उपचुनाव के बहाने अपने राज्यसभा सांसद पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा को प्रदेश की राजनीति में आगे कर चुके हैं। माना जा रहा है कि अब आने वाले दिनों में दीपेंद्र हुड्डा प्रदेश में ‘खुलकर बैटिंग’ करते नज़र आएंगे। बुधवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में खुद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसके संकेत दिए। हालांकि उन्होंने केवल यही कहा कि 13 दिसंबर को बरोदा हलके में हुई कांग्रेस की जीत के लिए धन्यवाद सम्मेलन का आयोजन होगा। बताते हैं कि इस सम्मेलन के बाद दीपेंद्र की राजनीतिक गतिविधियां प्रदेश में और बढ़ेंगी। उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि पूरे प्रदेश में कार्यक्रम करने की प्लानिंग पर काम शुरू हो चुका है। इस प्लानिंग में भविष्य की राजनीति के अलावा अगले साल प्रस्तावित निकायों तथा पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव भी एजेंडे में रहेंगे।
दीपेंद्र ने कहा कि बरोदा की जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी इंदू राज नरवाल को जीत दिला कर साबित कर दिया है कि भाजपा-जेजेपी गठबंधन से जनता का मोह भंग हो चुका है। गठबंधन सरकार द्वारा गांवों में सरपंचों के लिए बनाए गए ‘राइट टू रि-कॉल’ के नये कानून पर कटाक्ष करते हुए दीपेंद्र ने कहा, ‘बरोदा के हलके के लोगों ने बिल पर राज्यपाल की मुहर लगने से पहले ही इसे अपने हलके में लागू कर दिया है। लोग सरकार से नाराज़ हैं, इसलिए सरकार के 4 साल बचे होने के बावजूद गठबंधन प्रत्याशी को भारी मतों से शिकस्त दी’।
‘बरोदा हलके में कांग्रेस की जीत का बड़ा कारण जेजेपी’
सत्तारूढ़ भाजपा की गठबंधन सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की कार्यशैली पर सवाल दागते हुए दीपेंद्र ने कहा, ‘बरोदा हलके में कांग्रेस की जीत का बड़ा कारण जेजेपी भी रही। जेजेपी ने जनता के साथ धोखा करके भाजपा को जो समर्थन दिया था, उसका जवाब मतदाताओं ने दे दिया है’। उन्होंने कहा कि जेजेपी के स्टैंड केा लेागों ने नकारते हुए वोट की चोट सरकार को दी है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारा मुकाबला गठबंधन के साथ था। खूब पैसे का इस्तेमाल हुआ, गैंस सिलेंडर बांटे गए, लोगों को डराया-धमकाया गया लेकिन फिर भी इलाके के लोगों ने सरकार को करारा जवाब देने का काम किया।
‘सरकार की उल्टी गिनती शुरु’
राज्यसभा सांसद ने कहा कि बरोदा उपचुनाव के नतीजों के साथ ही सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है। एक सवाल के जवाब पर दीपेंद्र ने कहा कि भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार में अविश्वास की दरार आ गई है। चूंकि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने खुद कहा है कि जेजेपी का वोट भाजपा प्रत्याशी को नहीं मिला। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने प्रत्याशी पर भरोसा नहीं था। बरोदा में चुनाव के आखिर दिनों में लगाए गए होर्डिंग में मुख्यमंत्री तक की फोटो नहीं लगाई गई। इससे इसी तरह का संदेश गया कि खुद प्रत्याशी नहीं चाहते थे कि मुख्यमंत्री का नाम उनके साथ जुड़े।
सवा दो लाख करोड़ पार हुआ कर्जा
दीपेंद्र ने कहा कि बरोदा उपचुनाव से प्रदेश की राजनीतिक पर असर पड़ेगा। उपचुनाव में कई ऐसे मुद्दे थे, जो कांग्रेस की जीत का कारण बने। सबसे बड़ा मुद्दा तो यह रहा कि हलके के लोगों ने कांग्रेस के 10 वर्षों के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों की तुलना मौजूदा सरकार के 6 वर्ष के कार्यकाल से की। हुड्डा सरकार के समय तक राज्य पर लगभग 60 हजार करोड़ रुपये का कर्जा था, जो अब बढ़कर सवा दो लाख करोड़ को पार कर गया है। केंद्र की कई ऐसी स्वीकृत योजनाएं थी, जो या तो रद्द हो गई या फिर दूसरे राज्यों में शिफ्ट कर दी गई। प्रदेश में पिछले 6 वर्षों में एक भी बड़ा प्रोजेक्ट प्रदेश को नहीं मिला। बरोदा उपचुनाव के नतीजों से गदगद दीपेंद्र ने कहा कि इन नतीजों से साफ हो गया है कि भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार के दिन अब लद गए हैं। उन्होंने दावा किया कि नतीजे भविष्य की ओर इशारा कर रहे हैं कि आने वाले समय में गठबंधन 20 सीट भी हासिल नहीं कर पाएगा।