Himachal Winter Session: हिमाचल में सदन के भीतर व बाहर पक्ष-विपक्ष के बीच संग्राम
Himachal Winter Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को सदन के भीतर और बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच भारी हंगामा हुआ। हंगामे की शुरुआत उस समय हुई जब भाजपा के विधायक विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी प्रदर्शन के बीच राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी कांग्रेस की ओर से कूद पड़े और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों ही ओर से विधायकों ने एक-दूसरे के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इसी बीच सदन की कार्यवाही आरंभ हो गई और विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रश्न काल आरंभ करने की घोषणा की। उस समय विपक्ष के अधिकांश विधायक सदन से बाहर थे, जबकि सत्ता पक्ष के विधायक सदन में उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू करने के बाद भाजपा विधायक सतपाल सिंह सती का नाम पुकारा, लेकिन वह सदन में मौजूद नहीं थे। इस पर उन्होंने अगले प्रश्न का रुख किया, तब तक नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा के कुछ अन्य विधायक सदन में पहुंच गए थे।
इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा अध्यक्ष से कुछ बोलने की इजाजत मांगी, लेकिन अध्यक्ष ने यह कहते हुए इजाजत देने से इनकार कर दिया कि फिलहाल प्रश्न काल होगा और वह प्रश्न काल के बाद जयराम ठाकुर सहित सभी सदस्यों को बोलने की इजाजत देंगे।
विधानसभा अध्यक्ष की इस व्यवस्था के बावजूद विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा और सदस्य अपनी-अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने खास तौर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और कुछ देर बाद पूरा विपक्ष नारे लगाते हुए सदन के बीचोंबीच पहुंच गया।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया बार-बार विपक्ष से सदन में व्यवस्था बनाए रखने और ऐसा माहौल पैदा न करने का आग्रह करते रहे, लेकिन विपक्ष पर इसका कोई असर नहीं हुआ। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने 11:25 बजे पर सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
बाद में सदन की कार्यवाही 11:50 बजे पर फिर से शुरू हुई। हालांकि सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर विपक्ष सदन में नहीं आया और प्रश्नकाल विपक्ष की गैर मौजूदगी में ही चला।
