Himachal Winter Session: पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में देरी को लेकर काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा
Himachal Winter Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुधवार को धर्मशाला के तपोवन में शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत संविधान दिवस पर संविधान की उद्देशिका के साथ हुई।
शीतकालीन सत्र के पहले दिन पूर्व विधायक स्व. बाबूलाल गौतम को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु और नेता प्रतिपक्ष ने जयराम ठाकुर ने पूर्व विधायक के निधन पर जताया दुःख और उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने स्व बाबूराम गौतम के निधन पर सदन में शोक प्रस्ताव पेश किया।
इस बीच पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में देरी को लेकर विपक्ष की ओर से लाए गए नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव को सदन ने स्वीकार कर लिया। सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष के तीन विधायकों रणधीर शर्मा, सुरेंद्र शौरी और जीतराम कटवाल ने विधानसभा अध्यक्ष को नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव सौंपा।
विपक्षी दल भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं और स्थानीय शहरी निकायों के चुनाव टालने से चुनाव आयोग और सरकार के बीच बड़ी तकरार की स्थिति उत्पन्न होने पर सदन में नियम 67 के तहत चर्चा मांगी थी।
मुख्यमंत्री ने सदन में प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए कहा कि सरकार विपक्ष की भावनाओं का आदर करती है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से सदन में बार-बार काम रोको प्रस्ताव लाया जाता है जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष तथ्यों पर बात करे तभी प्रदेश सरकार जवाब देगी। प्रस्ताव पर चर्चा भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने शुरू की।
