Himachal Pradesh Disaster : हिमाचल में फिर प्रकृति का कहर, भूस्खलन से बंद हुआ NH-707
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में शिलाई के पास बुधवार को हुए भूस्खलन के कारण पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग 707 (हाटकोटी से पांवटा) अवरुद्ध हो गया। इस दौरान वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि यातायात को बहाल करने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन पहाड़ से गिर रहे मलबे के कारण काम में बाधा उत्पन्न हो रही है। मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग 707 सहित लगभग 260 सड़कें अवरुद्ध हैं। इनमें आपदा प्रभावित मंडी जिले में 140, सिरमौर में 55 और कुल्लू में 35 सड़कें शामिल हैं बुधवार सुबह तक जलापूर्ति की 171 परियोजनाएं और बिजली के 151 ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं।
स्थानीय मौसम विभाग ने 21 और 22 जुलाई को राज्य के कुछ हिस्सों में ‘ऑरेंज' अलर्ट और 20 जुलाई तक 12 जिलों में से एक से 7 जिलों में भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट' जारी किया है। इस बीच, राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मंगलवार शाम से कोठी, जटौन बैराज और सराहन में 40-40 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद ददाहू में 30 मिलीमीटर, नाहन में 21.3 मिलीमीटर, मनाली में 17 मिलीमीटर, धौलाकुआं में 16 मिलीमीटर और नारकंडा में 15 मिलीमीटर बारिश हुई।
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने बताया कि 20 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर 15 जुलाई तक लगभग 106 लोगों की जान जा चुकी है। विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश को 818 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। इस मानसून में राज्य में बाढ़ की 31, बादल फटने की 22 और भूस्खलन की 18 घटनाएं हुई हैं।