ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 22 मार्च
हिमाचल प्रदेश में पिछले कई सप्ताह से चल रहा सूखे का दौर खत्म हो गया है। राज्य के अधिक ऊंचाई वाले और जनजातीय क्षेत्रों में जहां कल से ही रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है वहीं राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भी बीती रात से रुक-रुक कर वर्षा का दौर जारी है। आज शिमला, कुल्लू, बिलासपुर, सोलन, मंडी और सिरमौर जिला के कई हिस्सों में दोपहर बाद ओलावृष्टि भी हुई। प्रदेश में मौसम के करवट बदलने और व्यापक रूप से हो रही वर्षा तथा बर्फबारी से किसानों और बागवानों के साथ-साथ प्रदेश सरकार ने भी राहत की सांस ली है तथा सरकार की अगले कुछ सप्ताह तक प्रदेश में पेयजल संकट की चिंता दूर हो गई है।
जानकारी के अनुसार रोहतांग में अभी तक एक फुट से अधिक ताजा हिमपात हो चुका है। इसके अलावा गांदला में 24 सेंटीमीटर, सिसू में 18 सेंटीमीटर और केलांग में 10 सेंटीमीटर से अधिक ताजा बर्फबारी दर्ज की जा चुकी है। बर्फबारी के चलते मनाली-केलांग मार्ग पर फिसलन के चलते अब बसों की आवाजाही बंद कर दी गई है। जिले में बीती शाम से ही रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।
बर्फबारी, आसमानी बिजली गिरने और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी
इस बीच मौसम विभाग ने आज और कल राज्य में अधिकांश स्थानों पर वर्षा तथा बर्फबारी की संभावना जताई है। विभाग ने आज राज्य के मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी वर्षा, बर्फबारी, आसमानी बिजली गिरने, तेज आंधी चलने और ओलावृष्टि का भी अलर्ट जारी किया है।
हालांकि जिले के किसान व बागवान ताजा बर्फबारी से खुश हैं क्योंकि इस बार जिले में बहुत कम बर्फबारी हुई है जिससे किसानों को अभी से ही गर्मियों में सूखे की चिंता सता रही है। क्योंकि इस शीत मरुस्थल में वर्षा नहीं होती। उधर किन्नौर जिला की ऊंची पहाड़ियों पर भी बीती रात से ही रुक रुक कर हिमपात जारी है जबकि जिले के निचले हिस्सों में वर्षा हो रही है।
जनजातीय जिलों में ताजा वर्षा और बर्फबारी से फिर से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। केलांग में आज न्यूनतम तापमान -0.2, कुफरी में 1.7, कल्पा में 2, नारकंडा में 2.6, मनाली में 5.6 और शिमला में 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजधानी शिमला में आज दोपहर बाद कुछ इलाकों में जोरदार ओलावृष्टि हुई। इससे शहर में एक बार फिर लोगों को कुछ देर के लिए बर्फबारी जैसा एहसास हुआ। राज्य के निचले जिलों सोलन, सिरमौर, मंडी, बिलासपुर, कांगड़ा, कुल्लू और हमीरपुर में भी बीती रात से रुक रुक कर वर्षा हो रही है। राज्य के निचले इलाकों में लम्बे समय से वर्षा न होने के कारण किसानों को सूखे जैसे हालात का सामना करना पड़ रहा है और उनकी गेहूं की अधिकांश फसल खराब हो गई है।