Himachal News : ब्यास नदी किनारे खतरनाक स्थान चिन्हित करेगी हिमाचल सरकार, जयराम ठाकुर ने हादसों पर जताई चिंता
Himachal News : ब्यास नदी किनारे खतरनाक स्थान चिन्हित करेगी हिमाचल सरकार, जयराम ठाकुर ने हादसों पर जताई चिंता
ज्ञान ठाकुर/शिमला, 21 मार्च
Himachal News : उप मुख्यमंत्री मुकेश अगिनहोत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार ब्यास नदी के किनारे ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करने पर सरकार काम करेगी जो खतरनाक हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान पर हादसे रोकने के लिए तत्काल एहतियातन कदम उठाए जाएंगे। ऐसे स्थानों पर लोगों को खतरे के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्वाइंट ऑफ आर्डर के माध्यम से मंडी जिला के थलौट में दो युवकों की मौत का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि दो छात्र घनश्याम सिंह व एक अन्य के गुम होने की सूचना आई थी। जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने इस मामले में डीसी कुल्लू के साथ बातचीत की, जिसके बाद रेस्कयू ऑपेरशन में दोनों बच्चों के शव शुक्रवार सुबह मिले। उन्होंने मृतक छात्रों के परिवारजनों के प्रति संवेदना जताई।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी से मनाली तक ब्यास नदी के किनारे ऐसे सभी खतरनाक स्थानों को चिन्हित करने की सरकार से मांग की जहां पानी में डूब जाने व बह जाने जैसी घटनाएं घटित हो सकती है। जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी से मनाली के बीच इस तरह के सभी खतरनाक स्थानों को चिन्हित कर वहां चेतावनी बोर्ड लगाए जाए और यदि जरूरी हो तो ऐसे स्थानों के लिए रास्ता भी बंद किए जाए ताकि ऐसी दुर्घटनाएं न हों।
उन्होंने कहा कि ब्यास नदी में ऐसी बहुत ज्यादा घटनाएं होती हैं और पर्यटकों के साथ भी ऐसे हादसे कई बार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि गर्मियों का मौसम आ रहा है। इस दौरान टूरिस्ट भी यहां पर आते हैं। ब्यास के किनारे कई स्थान ऐसे हैं जहां पर साफ सुथरा पानी है और पानी में नहाने के लिए लोग उतर जाते हैं।
विधायक सुदर्शन बबलू ने भी अपने चुनाव क्षेत्र में हुए इस तरह के हादसे का जिक्र किया और कहा कि उनके इलाके में भी दो बच्चे एक नदी के किनारे नहाने गए थे और उनके साथ भी हादसा हो गया। उन्होंने कहा कि गर्मियों का मौसम का आ रहा है। लिहाजा इस तरह के हादसे होने की संभावनाएं ज्यादा बढ गई हैं। इस पर सरकार को कदम उठाना चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इसी मुद्दे पर कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में छोटे-छोटे नदी नाले हैं जिनमें इस तरह की घटनाएं गर्मियों के दिनों में होती हैं। सरकार को इस पर कड़े कदम उठाने चाहिए और लोगों को जागरूक करना चाहिए।