Himachal Floods हिमाचल में एक और भयावह रात ; ब्यास उफान पर ; मनाली में सड़कें-होटल बहे ; पंजाब में बाढ़ का अलर्ट
Himachal Floodsहिमाचल प्रदेश में मानसून ने एक और कहर बरपाया है। ब्यास नदी और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं, जिससे मंडी और मनाली के बीच का राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगह टूट गया। तेज बहाव में सड़कें, होटल और रेस्तरां बह गए, जबकि निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश में आज 795 सड़कें बंद हैं और 956 बिजली ट्रांसफार्मर और 517 जलापूर्ति योजनाएँ भी बाधित थीं।
पिछली रात से जारी मूसलाधार बारिश ने मंडी जिले के द्वाड़ा और झलोगी में बड़े भूस्खलन कर दिए, जिससे मंडी से कुल्लू तक यातायात पूरी तरह ठप हो गया। वहीं मनाली के पास बिंदू ढांक क्षेत्र में ब्यास ने सड़क का बड़ा हिस्सा बहा दिया। सड़क संपर्क बाधित होने से पर्यटन नगरी मनाली देशभर से कट गई है।
सबसे चौंकाने वाला दृश्य तब सामने आया जब मनाली में नदी किनारे बना एक रेस्टोरेंट तेज धारा में बह गया। यह घटना ब्यास के लगातार बढ़ते खतरे को स्पष्ट करती है। मंडी और कुल्लू दोनों जिलों में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है।
प्रशासन ने एहतियातन मनाली के बहंग और अलू ग्राउंड क्षेत्रों से देर रात लोगों को सुरक्षित निकाला। अलू ग्राउंड में अचानक बाढ़ आने से फंसे एक व्यक्ति को एसडीआरएफ टीम ने समय रहते बचा लिया।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि हालात अभी अस्थिर हैं। लोगों और पर्यटकों को कम से कम 24 घंटे तक नदी किनारों से दूर रहने को कहा गया है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि लगातार बारिश से ब्यास और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर पर है। हमारी पहली प्राथमिकता जनसुरक्षा है।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश का अनुमान जताया है। आपदा प्रबंधन बल (SDRF) और अन्य एजेंसियाँ सतर्क मोड पर हैं। राजमार्ग को खोलने और मलबा हटाने के कार्य हालात सामान्य होने पर ही शुरू किए जाएंगे।
इस बीच, पंजाब में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। नदियों के उफान ने मैदानी इलाकों की ओर पानी छोड़ा है, जिससे बड़े क्षेत्र जलमग्न हो रहे हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन ने राज्यभर में अलर्ट जारी कर दिया है।