बिहार में अब तक की सर्वाधिक वोटिंग
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बृहस्पतिवार को बंपर वोटिंग हुई। यह अब तक का सर्वाधिक मतदान है। चुनाव आयोग से देर रात तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 64.66 फीसदी मतदान हुआ। कुछ स्थानों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। कहीं से कोई बड़ी गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि कुछ मतदान केंद्रों से सूचनाएं अभी आनी बाकी हैं। ऐसे में मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव के इतिहास में सबसे कम मतदान प्रतिशत वर्ष 1951-52 के विधानसभा चुनाव में 42.6 फीसदी दर्ज किया गया था। उसके बाद 1957 में मतदान प्रतिशत 43.24 रहा, जबकि 1962 में यह बढ़कर 44.47 प्रतिशत हुआ। 1967 से मतदान प्रतिशत में निरंतर बढ़ोतरी देखी गई, जहां यह आंकड़ा 51.51 फीसदी तक पहुंच गया। 1977 में मतदान मामूली गिरावट के साथ 50.51 फीसदी रहा, लेकिन 1980 से एक बार फिर इसमें वृद्धि देखने को मिली और मतदान प्रतिशत 57.28 हो गया। इसके बाद 1985 में 56.27, 1990 में 62.04 और 1995 में 61.79 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। वर्ष 2000 में सबसे अधिक 62.57 फीसदी मतदान दर्ज हुआ, जो अब तक का रिकॉर्ड था। वर्ष 2005 में दो बार हुए विधानसभा चुनावों में फरवरी और अक्तूबर में क्रमशः 46.5 और 45.85 प्रतिशत मतदान हुए। 2010 में मतदान 52.73 प्रतिशत रहा, जबकि 2015 में यह बढ़कर 56.91 और 2020 में 57.29 प्रतिशत दर्ज किया गया। राज्य के 18 जिलों में फैली 121 सीटों के लिए हुए मतदान में मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं। मतदान के दौरान छिटपुट हिंसक वारदात के बीच लखीसराय में बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के काफिले पर 'हमला' किया गया।
सीईसी बोले- बधाई हो : मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बृहस्पतिवार को बिहार के मतदाताओं को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 1951 के बाद से हुए सबसे अधिक मतदान के लिए बधाई दी। बिहार चुनाव की झलक पेज 10
