भाजपा में शामिल हुईं हेमंत सोरेन की भाभी सीता
रांची/नयी दिल्ली, 19 मार्च (एजेंसी) पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और जामा से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की विधायक सीता सोरेन ने पार्टी को झटका देते हुए मंगलवार को इस्तीफा दे दिया और लोकसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले...
रांची/नयी दिल्ली, 19 मार्च (एजेंसी)
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और जामा से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की विधायक सीता सोरेन ने पार्टी को झटका देते हुए मंगलवार को इस्तीफा दे दिया और लोकसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले भाजपा में शामिल हो गईं। उन्होंने नयी दिल्ली में भाजपा महासचिव विनोद तावड़े और झारखंड के चुनाव प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेई की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली।
पार्टी सुप्रीमो और अपने ससुर शिबू सोरेन को लिखे इस्तीफे में सीता ने कहा कि उनके पति दुर्गा सोरेन के निधन के बाद पार्टी ने उन्हें तथा उनके परिवार को पर्याप्त सहयोग नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वह झामुमो में उपेक्षित महसूस कर रही थीं और उन्होंने भारी मन से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है। इससे पहले सोरेन परिवार में उस समय दरार सामने आई थी जब सीता ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के दौरान उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाये जाने के किसी भी कदम का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘हम सब को साथ रखने के लिए मेहनत करने वाले श्री शिबू सोरेन के अथक प्रयास दुर्भाग्य से विफल रहे। मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ रची जा रही साजिश का मुझे पता चल गया है। मेरे पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।’ विधायक के कार्यालय के अनुसार उन्होंने झारखंड विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। इस बीच झामुमो की राज्यसभा सदस्य महुआ माझी ने सीता सोरेन के इस्तीफे को ‘स्तब्ध’ करने वाला फैसला बताया और उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया।
चुनाव सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हों : डेरेक ओब्रायन
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता डेरेक ओब्रायन ने मंगलवार को कहा कि पार्टी चाहती है कि लोकसभा चुनाव सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हों, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘चालें निर्वाचन आयोग जैसी संस्थाओं को नष्ट कर रही हैं।’ राज्यसभा में टीएमसी के नेता ने कहा कि क्या भाजपा लोगों का सामना करने से इतना घबरा गई है कि वह निर्वाचन आयोग को ‘अपनी पार्टी के कार्यालय’ में बदल रही है?

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार’ नाम के उपयोग की अनुमति
नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार को आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में इस नाम का उपयोग करने की अनुमति दे दी। कोर्ट की पीठ ने वरिष्ठ नेता शरद पवार की अगुवाई वाले राकांपा के धड़े को ‘तुरही बजाता आदमी’ को उसके चुनाव चिह्न के रूप में इस्तेमाल करने की भी अनुमति दे दी। पीठ ने शरद पवार नीत समूह की याचिका पर यह आदेश पारित किया, जिसमें अजित पवार गुट को निर्वाचन आयोग द्वारा आवंटित ‘घड़ी’ चुनाव चिह्न का उपयोग करने से इस आधार पर रोकने की मांग की गई थी कि यह समान अवसर को बाधित कर रहा है। शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा के विभाजन से पहले पार्टी का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ था। अब यह चिह्न अजित पवार की अगुवाई वाली पार्टी के पास है।
भाजपा के साथ भरोसे में कमी नहीं : जेडीएस
बेंगलुरु : कर्नाटक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे पर नाखुशी जताने के एक दिन बाद जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि दोनों पार्टियों के बीच विश्वास की कमी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि भाजपा और जेडीएस के बीच संबंधों में मतभेद नहीं है। वहीं, उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि जेडीएस को कोलार सीट देने का मुद्दा भी हल हो जाएगा। सीट बंटवारे के मुद्दे पर स्पष्ट रूप से नाराजगी जताते हुए कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा था कि उन्हें विश्वास है कि उनकी पार्टी को तीन से चार सीटें मिलेंगी। उन्होंने उस समय यह बात कही जब ये चर्चाएं चल रही हैं कि भगवा पार्टी केवल दो सीटें ही देगी। कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं ने भाजपा द्वारा जेडीएस के नेताओं के साथ ‘सम्मानपूर्वक’ व्यवहार करने के बारे में बात करने के लिए कहा था। वहीं, नेताओं ने उनसे यह भी कहा कि वह भाजपा को राज्य की कम से कम 18 लोकसभा सीटों पर जेडीएस की मजबूत स्थिति के बारे में समझाएं।
प. बंगाल में संजय मुखर्जी को डीजीपी बनाने का निर्देश
कोलकाता : निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किए जाने के 24 घंटे के भीतर मंगलवार को विवेक सहाय को पद से हटा दिया और राज्य सरकार को उनके स्थान पर संजय मुखर्जी को नियुक्त करने का निर्देश दिया। सहाय वरिष्ठता के आधार पर नियुक्त हुए थे। लेकिन चूंकि वह चुनाव खत्म होने से पहले मई के श्ाुरु में सेवानिवृत्त हो रहे हैं, तो इसलिए आयोग ने मुखर्जी को डीजीपी नियुक्त करने को कहा है।
अमित शाह से मिले राज ठाकरे
नयी दिल्ली/मुंबई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता राज ठाकरे ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और संकेत दिया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पश्चिमी राज्य में अपना गठबंधन मजबूत करने के लिए लोकसभा चुनाव में उनके साथ गठबंधन करने की संभावना तलाश रही है। मनसे के वरिष्ठ नेता बाला नंदगांवकर ने मुंबई में कहा कि दोनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव पर बातचीत ‘सकारात्मक’ रही और एक या दो दिन में विवरण साझा किया जाएगा। इस बैठक पर महा विकास अघाडी (एमवीए) खेमे से तीखी प्रतिक्रिया आई और कांग्रेस ने भाजपा पर उत्तर भारतीयों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। अगर महागठबंधन होता है तो मनसे को मुंबई से चुनाव लड़ने के लिए एक सीट दी जा सकती है जहां से उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाला शिवसेना (यूबीटी) का काफी प्रभाव माना जाता है।

