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हवाई सपने हुए धराशायी, अमेरिका से निर्वासित 104 लौटे स्वदेश

सैन्य विमान ने अमृतसर में उतारा, इनमें हरियाणा के 33 और पंजाब के 30
अमृतसर में बुधवार को इसी अमेरिकी विमान से भारतीयों को लाया गया। - प्रेट्र
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अमृतसर, 5 फरवरी (ट्रिन्यू/ एजेंसी)

अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 कथित अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर बुधवार दोपहर यहां श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। सूत्रों ने बताया कि निर्वासित लोगों में 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तथा दो चंडीगढ़ से हैं। इनमें 19 महिलाएं और चार वर्षीय एक लड़का, पांच व सात वर्षीय दो लड़कियों सहित 13 नाबालिग शामिल हैं। अधिकांश लोगों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है। केवल आठ की उम्र 40 वर्ष से अधिक है।

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यापक वार्ता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा से कुछ दिन पहले यह कार्रवाई हुई है। अमेरिकी वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान अपराह्न एक बजकर 55 मिनट पर अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा और शाम करीब छह बजे लौट गया। सभी निर्वासितों से हवाई अड्डा टर्मिनल भवन के अंदर पंजाब पुलिस और विभिन्न राज्य एवं केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पूछताछ की गयी। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लोगाें को सड़क मार्ग से घर भेजा गया, जबकि गुजरात के अधिकांश लोगों सहित अन्य को पुलिस के साथ फ्लाइट से उनके गृह राज्य रवाना किया गया।

ज्यादातर लोग हाल ही में अमेरिका गये थे और हिरासत में लेने के तुरंत बाद उन्हें वापस भेज दिया गया। इनमें से कुछ के परिजन हवाई अड्डे पर पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि उज्ज्वल भविष्य के अमेरिकी सपने को पूरा करने के लिए 35 से 60 लाख रुपये तक खर्च किये थे। डिपोर्ट किए गये आकाशदीप सिंह के पिता स्वर्ण सिंह ने बताया कि उन्होंने दो एकड़ जमीन 36 लाख रुपये में बेच दी और बैंक से कर्ज लिया था। पंजाब के प्रवासी मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने पंजाब के कुछ निर्वासित लोगों से बात की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे को सुलझाने के लिए ट्रंप से बात करने की अपील की।

कैथल के 11 लोग

डिपोर्ट किए गये हरियाणा के 33 लोगों में से कैथल जिले के सबसे अधिक 11 लोग शामिल हैं। इनके अलावा फतेहाबाद के गांव दिगोह के एक, गुहला के गांव स्यू माजरा व अनरौली के दो युवक भी निर्वासित किये गये। पंजाब के लोगों में कपूरथला के छह, अमृतसर के पांच, पटियाला व जालंधर के 4-4, होशियारपुर, लुधियाना, एसबीएस नगर के दो-दो, गुरदासपुर, तरनतारन, संगरूर, मोहाली और फतेहगढ़ साहिब का एक-एक व्यक्ति शामिल है।

हथकड़ी लगी तस्वीरें दुखद : कांग्रेस

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने कहा कि भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर और अपमानित करके निर्वासित किए जाने की तस्वीरें दुखद हैं। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘एक भारतीय होने के नाते ऐसी तस्वीरें देखकर मुझे दुख होता है। मुझे दिसंबर 2013 की वह घटना याद है जब भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को अमेरिका में हथकड़ी लगाई गई थी। उस समय तत्कालीन विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अमेरिका की राजदूत नैन्सी पॉवेल के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया था।’

लीबिया से बचाए गए 18 भारतीय घर पहुंचे

नयी दिल्ली (ट्रिन्यू) : लीबिया के बेंगाजी में एक सीमेंट फैक्ट्री में कम वेतन और लंबे काम के घंटों के विरोध के लिए कथित तौर पर बंधक बनाए गए 18 सदस्यीय भारतीय श्रमिकों का एक समूह बुधवार को अपने घर लौट आया। एक अधिकारी ने बताया कि तुर्की एयरलाइंस का विमान इन्हें लेकर तड़के दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर उतरा। ये सभी यूपी, बिहार के हैं।

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