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हाथरस भगदड़ : राजनीतिक संबंध भी जांच दायरे में

मुख्य आरोपी मधुकर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

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- प्रेट्र
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अनिमेश सिंह/ट्रिन्यू

नयी दिल्ली, 6 जुलाई

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हाथरस में भगदड़ की घटना में मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को शनिवार को उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। उसे शुक्रवार रात गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का दावा है कि मधुकर ने पिछले कुछ दिनों में कई राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की थी। इस आधार पर प्रवचनकर्ता स्वयंभू भोले बाबा के राजनीतिक संबंध भी जांच दायरे में आ गए हैं। हाथरस के एसपी निपुण अग्रवाल ने सेवादार मधुकर के संबंध में कहा, ‘उसके वित्तीय लेन-देन की जांच की जा रही है और कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘स्वयंभू भगवान भोले बाबा के साथ उनके संबंधों के बारे में उनसे विस्तार से पूछताछ की जाएगी और आयोजन समिति के अन्य मुख्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी।’ पुलिस ने मधुकर की गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

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बाबा का वीडियो संदेश- प्रशासन पर भरोसा करें

हाथरस भगदड़ मामले पर शनिवार को पहली बार स्वयंभू धर्मगुरु सूरज पाल सिंह उर्फ ‘भोले बाबा’ ने एक वीडियो बयान जारी किया। वीडियो में उन्होंने हादसे पर दुख जताया और मौतों पर शोक व्यक्त किया। सूरज पाल ने कहा, ‘मैं 2 जुलाई की घटना से बहुत दुखी हूं। भगवान हमें इस दर्द को सहन करने की शक्ति दें। कृपया विश्वास बनाए रखें, मुझे सरकार और प्रशासन पर भरोसा है। अराजकता फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।’

ऐसे लोगों के पाखंड से गुमराह न हों : मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को कहा कि गरीबों, दलितों और पीड़ितों को शनिवार को सलाह दी कि वे गरीबी और अन्य सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए हाथरस के ‘भोले बाबा’ जैसे व्यक्तियों के पाखंड से गुमराह न हों। मायावती ने कहा कि हाथरस कांड में ‘भोले बाबा’ सहित जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और ऐसे अन्य स्वयंभू बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई जरूरी है।

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