Haryana Politics : हरियाणा कांग्रेसियों के साथ समय बिताएंगे राहुल गांधी, जिलाध्यक्षों के लिए बनाए पैनल में शामिल नेताओं के नाम पर होगी चर्चा
हरियाणा में कांग्रेस के ‘संगठन सृजन कार्यक्रम’ के इसी सप्ताह नतीजे आ सकते हैं। जिलाध्यक्ष चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद भी होमवर्क कर चुके हैं। बुधवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हरियाणा के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इसी बैठक में जिलाध्यक्षों के नामों पर मुहर लग सकती है।
हालांकि पहले मंगलवार को ही राहुल गांधी की हरियाणा के मुद्दे पर बैठक होने की उम्मीद थी। लोकसभा में व्यस्तता के चलते बैठक नहीं हो पाई। बता दें कि राहुल गांधी ने ही हरियाणा के सभी 22 जिलों में दूसरे राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने जिलों में बैठकें की। इस दौरान जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन करने वाले नेताओं के नामों की छंटनी करके 6-6 के नाम के पैनल तैयार किए गए।
इन पैनल पर केसी वेणुगोपाल और बीके हरिप्रसाद केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ वन-टू-वन बैठक करके पूरी रिपोर्ट ले चुके हैं। इसके बाद दोनों नेताओं ने हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं- भूपेंद्र सिंह हुड्डा, चौ़ उदयभान, कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कैप्टन अजय सिंह यादव, बृजेंद्र सिंह, चिरंजीव राव व सुरेश गुप्ता आदि से चर्चा कर चुके हैं। राहुल गांधी संगठन गठन में जातिगत समीकरण साधने की कोशिश में हैं।
केंद्रीय पर्यवेक्षकों को भी वे पहले ही निर्देश दे चुके थे कि जिलाध्यक्ष पदों के लिए एससी और बीसी समाज का पूरा प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए। प्रदेश में कुल 32 जिलाध्यक्ष (ग्रामीण व शहरी) बनने हैं। राहुल गांधी चाहते हैं कि इनमें से आधे पद एससी व बीसी समाज के नेताओं के पास जाएं। माना जा रहा है कि बुधवार को होने वाली बैठक में भी राहुल गांधी नेताओं के साथ जातिगत समीकरणों पर ही चर्चा करेंगे। इसी दिन लिस्ट को अंतिम रूप दिए जाने की भी संभावना है।
दिल्ली मुख्यालय में होगी बैठक
बुधवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हरियाणा के संगठन को लेकर बैठक होगी। बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। उनके अलावा केसी वेणुगोपाल, बीके हरिप्रसाद के अलावा हरियाणा मामलों के दोनों सह-प्रभारी भी मौजूद रहेंगे। हरियाणा के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद भी अगर सहमति नहीं बनती तो राहुल गांधी केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ भी बैठक कर सकते हैं।
11 वर्षों बाद बन रहा संगठन
हरियाणा में इतने बड़े स्तर पर संगठन गठन की मुहिम करीब 11 वर्षों के बाद शुरू हुई है। इस बार राहुल गांधी सीधे दखलअंदाजी भी कर रहे हैं। 2014 में डॉ. अशोक तंवर ने प्रधान बनने के बाद प्रदेश, जिला व ब्लाक संगठन को भंग कर दिया था। तंवर के बाद कुमार सैलजा भी करीब तीन वर्षों तक प्रधान रहीं। मौजूदा प्रधान चौ़ उदयभान को भी तीन वर्ष होने वाले हैं लेकिन अभी तक संगठन कोई भी प्रधान नहीं बना पाया। राहुल गांधी की मध्यस्ता के चलते कांग्रेसियों को भी इस बार संगठन गठन होने की उम्मीद है।