Haryana News: प्रशिक्षण के लिए भेजे गए थे स्निपर डॉग, पैसे लेने के बावजूद नहीं भेजे वापस
जसमेर मलिक/हप्र, जींद, 17 मई
Haryana News: हरियाणा की जेलों के लिए मोबाइल फोन व ड्रग्स सूंघने वाले डॉग्स की ट्रेनिंग के लिए पैसे लेने के बावजूद उन्हें वापस न करने पर चंडीगढ़ की ईएसडी नेटवर्क इंडिया कंपनी के निदेशक सिमरत पाल सिद्धू के खिलाफ जींद सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। कंपनी को 13 डॉग्स की ट्रेनिंग के लिए 29.25 लाख और भत्ते दिए गए थे, पर एक डॉग 15 महीने बाद भी नहीं लौटाया गया। कई पत्राचार और भुगतान के बावजूद डॉग वापस न करने को धोखाधड़ी मानते हुए मामला दर्ज कराया गया है।
कंपनी ने 2 जनवरी 2020 को पंजाब होमगार्ड कैनिंग ट्रेनिंग एंड बिल्डिंग इंस्टीट्यूट को 23 सूंघने वाले डॉग्स को हरियाणा की जेलों के लिए प्रशिक्षित करने का प्रस्ताव दिया था। इन डॉग्स को जेल में मोबाइल फोन और ड्रग्स आदि को सूंघकर उसका पता लगाने का प्रशिक्षण दिया जाना था। इसके लिए हरियाणा के कारागार विभाग ने कंपनी को 13 डॉग्स को ट्रेनिंग देने के लिए 29 लाख 25 हजार रुपए की राशि का भुगतान किया था। प्रति डॉग यह राशि सवा दो लाख रुपये बनती थी। इसके अलावा इन डॉग्स के भोजन और दवा आदि के लिए भी 8500 प्रति महीना प्रति डॉग 5 साल तक दिया जाना था।
11 सितंबर 2020 को पंजाब के होमगार्ड कैनिंग ट्रेनिंग एंड ब्रीडिंग संस्थान ने हरियाणा के कारागार विभाग को बताया कि यह डॉग्स जब हरियाणा के कारागार विभाग को बेच दिए जाएंगे, उसके बाद से इनकी सारी जिम्मेदारी हरियाणा के कारागार विभाग की रहेगी। इसमें डॉग्स का भोजन, दवा, इन्हें हैंडल करने वाले का वेतन आदि सब शामिल रहेंगे।
जींद की जिला कारागार को भी जनवरी 2021 में यह डॉग्स भेजे गए थे। इनमें से एक डॉग ईएसडी नेटवर्क इंडिया को ट्रेनिंग देने के लिए भेजा गया था। 15 महीने बीत जाने के बाद भी यह डॉग जेल को वापस नहीं किया गया है। हरियाणा के कारागार विभाग के महानिदेशक कार्यालय ने इस सिलसिले में 27 सितंबर 2024 से पत्र लिखना शुरू किया और इस सिलसिले में इस साल अब तक कई पत्र इंस्टिट्यूट को लिखे जा चुके हैं। इसके बावजूद डॉग्स जेल विभाग को वापस नहीं भेजे गए।
इन पत्रों के जवाब में इंस्टीट्यूट ने कहा कि जैसे ही पैसा मिल जाएगा, उसके एक सप्ताह में यह डॉग जेल विभाग को भेज दिए जाएंगे। इस पर हरियाणा के कारागार विभाग ने ईएसडी नेटवर्क इंडिया कंपनी को 180000 रुपए की राशि भेज दी। पैसे मिलने के बाद भी ईएसडी नेटवर्क इंडिया ने जेल को डॉग वापस नहीं भेजे। इसे धोखाधड़ी और विश्वासघात मानते हुए जींद जिला कारागार अधीक्षक के उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह ने जींद सिविल लाइन पुलिस थाना एसएचओ को पत्र लिखकर कहा कि कंपनी के निदेशक सिमरत पाल सिद्धू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 314, 316, 318 के तहत मामला दर्ज किया जाए। सिविल लाइन पुलिस थाना में जेल उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह की शिकायत पर ईएसडी नेटवर्क कंपनी के निदेशक सिमरतपाल सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।