Haryana News: 17 सितंबर से चलेगा ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’, हरियाणा में नड्डा व सीएम सैनी करेंगे शुभारंभ
Healthy Women Strong Family Campaign: हरियाणा सरकार 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक प्रदेशभर में महिलाओं और परिवारों की सेहत पर केंद्रित ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ शुरू करेगी। ‘सेवा पखवाड़ा’ के तहत होने वाले इस महाअभियान का शुभारम्भ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रोहतक से करेंगे। संयोग यह है कि इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिवस पर मध्य प्रदेश से राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत करेंगे।
इस कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार का मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने चंडीगढ़ में उच्च स्तरीय बैठक ली। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य है कि हर महिला को समय पर स्वास्थ्य जांच और इलाज मिले। महिला स्वस्थ होगी तो पूरा परिवार और समाज सशक्त होगा। रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में अभियान का शुभारंभ होगा।
यहां विशेष हेल्थ क्योस्क लगाए जाएंगे, जिनमें उच्च रक्तचाप, कैंसर, एनीमिया और लाइफस्टाइल डिजीज की जांच होगी। यह अभियान केवल जांच और इलाज तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह महिलाओं को निवारक देखभाल, पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में भी प्रेरित करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल हरियाणा के स्वास्थ्य परिदृश्य को नई दिशा देगी।
122 सीएचसी पर लगेंगे हेल्थ कैंप
स्वास्थ्स विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुधीर राजपाल ने बताया कि अभियान के तहत राज्य के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर 122 विशेष शिविर आयोजित होंगे। इनमें स्त्री रोग, बाल रोग, नेत्र रोग, ईएनटी, दंत चिकित्सा, त्वचा और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। हर कैंप में 300 मरीजों की जांच का लक्ष्य तय किया गया है।
अभियान के तहत क्या-क्या होगा
इस अभियान के तहत प्रदेशभर में 75 हजार जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क चश्मे बांटे जाएंगे। 75 नए ओबेसिटी क्लिनिक खोले जाएंगे। 138 ब्लड बैंकों में 696 रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में रोजाना 50-100 मरीजों की स्क्रीनिंग होगी। इसके अलावा अस्पताल परिसरों में 50 हजार पौधे लगाए जाएंगे और व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।
मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर फोकस
महिला एवं बाल विकास विभाग भी अभियान में साझीदार रहेगा। विभाग की महानिदेशक मोनिका मलिक ने कहा कि पोषण अभियान और विशेष टीकाकरण सप्ताह जैसी गतिविधियों से मातृ और शिशु स्वास्थ्य में सुधार होगा। यह पहल महिलाओं को जागरूक और सशक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।