Haryana News : पानीपत में गौरक्षक से दुर्व्यवहार मामले में EASI व EHC सस्पेंड, HKRN ड्राइवर को भी ड्यूटी से हटाया
पानीपत, 17 अप्रैल(हप्र)
Haryana News : पानीपत में हरिद्वार हाईवे पर यमुना पुल पुलिस नाका के पास मंगलवार रात को पशुओं से भरी गाड़ियों को छोड़ने पर एक गौरक्षक की डायल 112 गाड़ी पर तैनात पुलिस कर्मियों से कहासुनी हो गई और पुलिस कर्मियों ने उस गौरक्षक की चोटी पकड़ कर उखाड़ने का प्रयास किया और उसको जबरन पुलिस की गाड़ी में डालने का प्रयास किया गया।
गौरक्षक ने पुलिस कर्मियों पर मारपीट करने के आरोप भी लगाये थे और इसको लेकर एक वीडियो भी वायरल हो गई। गौरक्षक करन निवासी सनौली सहित हिन्दू संगठनों ने इसको लेकर बुधवार को एसपी पानीपत लोकेंद्र सिंह को शिकायत दी गई। जिसपर एसपी ने इस मामले की जांच समालखा डीएसपी नरेंद्र को सौंपकर जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने समालखा डीएसपी नरेंद्र कुमार की जांच रिपोर्ट पर बृहस्पतिवार को ईआरवी 560 के इंचार्ज ईएचसी सुशील, सनौली पुलिस नाका इंचार्ज ईएएसआई शिवकुमार को सस्पेंड कर दिया है जबकि ईआरवी पर तैनात एसपीओ सकंद को बर्खास्त किया गया है। वहीं, एचकेआरएन के तहत लगे ड्राइवर कुलदीप के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रक्रिया के तहत विभाग को पत्र लिखा है। कुलदीप को फिलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है।
वहीं एसपी लोकेंद्र सिंह ने जिला पुलिस कर्मियों को कड़े शब्दों में हिदायत देते हुए कहा कि वे सभी आमजन के साथ सोहार्द पूर्वक व्यवहार करें। दुव्र्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह जानकारी बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय में डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने मीडिया से बात करते हुए दी। उन्होंने कहा कि इसमें कोई अन्य भी शामिल मिला तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
क्या था मामला पूरा मामला?
एसपी कार्यालय में दी शिकायत में करन ने बताया कि 16 अप्रैल रात को अवैध पशु तस्करी की सूचना पर वह टीम के साथ सनौली थाने पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। सनौली थाना पुलिस यमुना नाका पर खड़ी हो गई। इसके बाद डायल 112 पुलिस को सूचित किया गया। पानीपत की ओर से एक बोलेरो गाड़ी आई और उसको पुलिस की मदद से रूकवाया, जिसमें 6 पशु थे। उसमें पशुओं के लिये चारे-पानी की व्यवस्था नहीं थी और पशुओं को ठूंस-ठूंस कर भरा हुआ था। उस गाड़ी को नाके पर मौजूद पुलिस कर्मचारी सनौली थाने की तरफ ले गए।
करन का आरोप था कि कुछ देर बाद डायल 112 पुलिस वापस आती है और उसे रिश्वत देने का प्रयास करती है। कुछ देर बाद एक बड़ा ट्रक पानीपत की ओर से आया। जिसके अंदर भी करीब 25-30 भैंसें ठूंस-ठूंस कर भरी हुई थी। दोनों गाड़िया यमुना पुल पुलिस नाका पर रोकी गई थी। उसी दौरान जो बोलेरो गाड़ी हमारे सामने डॉयल 112 पकड़ कर ले गई थी वह तेज गति से यूपी की तरफ चली गई। उसने डायल 112 पुलिस कर्मियों से इसको लेकर पूछा तो पुलिसकर्मी तैश में आ गए और उसके साथ गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। पुलिसकर्मी ने उसकी चोटी पकड़ कर उखाड़ने का प्रयास किया और मारपीट भी की।