Haryana News: मिट्टी के कलाकारों का सम्मान, पंचायती भूमि पर कर सकेंगे काम
Haryana News: हरियाणा में मिट्टी के बर्तन बनाने का काम करने वाले कुम्हार/प्रजापति समाज के लोगों को नायब सरकार ‘सम्मान’ देने जा रही है। समाज के लोगों को अपने व्यवसाय में किसी तरह की दिक्कत ना आए, इसके लिए उन्हें गांवों में ही पंचायती जमीन पर काम करने के अधिकार मिलेंगे। प्रदेश सरकार ने राज्य के 2000 के लगभग गांवों में पंचायती भूमि चिह्नित की है, जहां इन गांवों में रहने वाले परिवारों को काम करने का अधिकार मिलेगा।
ऐसे सभी परिवारों को सरकार की ओर से पात्रता प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे। बुधवार को प्रदेश के सभी जिलों में प्रमाण-पत्र वितरण समारोह होंगे। धर्मनगरी – कुरुक्षेत्र में चार जिलों के पात्र लोगों को प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि होंगे। यहां कुरुक्षेत्र के अलावा कैथल, करनाल और यमुनानगर के लोगों को बुलाया गया है। सरकार ने मंत्रियों व सांसदों की जिलावार ड्यूटी लगाई है।
बिजली, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज अंबाला, सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी भिवानी, भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह चरखी दादरी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल फरीदाबाद, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह गुरुग्राम, पीडब्ल्यूडी व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा हिसार, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर झज्जर तथा डिप्टी स्पीकर कृष्ण लाल मिढ्ढा जींद के कार्यक्रम में मुख्यातिथि होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव महेंद्रगढ़, राज्यसभा सांसद किरण चौधरी नूंह, खेल मंत्री गौरव गौतम पलवल, राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा पंचकूला, शिक्षा मंत्री महिपाल सिंह ढांडा पानीपत, निर्दलीय सांसद कार्तिकेय शर्मा रेवाड़ी, सहकारिता मंत्री डॉक्टर अरविंद शर्मा रोहतक, राज्यसभा सांसद सुभाष बराला सिरसा तथा कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल सोनीपत के कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने इस आयोजन को लेकर सभी मंडलायुक्तों एवं जिला उपायुक्तों को हिदायतें जारी की हैं।
मिलेगी पांच-पांच एकड़ जमीन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों प्रजापति सम्मेलन में बर्तन बनाने का काम करने वाले कुम्हार/प्रजापति समाज के लोगों की इस बड़ी मांग को पूरा करने का ऐलान किया था। इसके बाद ही सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी गई। जिलों से आई रिपोर्ट के बाद 2000 के लगभग गांवों में पांच-पांच एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। साथ ही, इन गांवों के पात्र परिवारों को भी चिह्नित किया है। अब 13 अगस्त को सभी जिलों में होने वाले कार्यक्रमों में इन परिवारों को पात्रता प्रमाण-पत्र सौंपे जाएंगे।
ज्वाइंट तौर पर करेंगे काम
गांव में चिह्नित की गई पांच एकड़ जमीन रहेगी तो पंचायती ही लेकिन इस पर कब्जा पात्र परिवारों का रहेगा। ज्वाइंट तौर पर ये परिवार इस जमीन पर मिट्टी के बर्तन बनाने का अपना काम कर सकेंगे। जमीनों के अभाव में बर्तन बनाने का काम करने वाले परिवारों को कई तरह की परेशानी सामने आ रही थी। सूत्रों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने यह परियोजना सिरे चढ़वाने में बड़ी भूमिका अदा की है।
पंचायत बदलने से नहीं पड़ेगा फर्क
बेशक, पहले भी गांवों में पंचायती जमीन पर प्रजापति समाज के लोग बर्तन बनाने का काम करते रहे हैं लेकिन गांव की राजनीति की वजह से उन्हें आमतौर पर परेशानी होती थी। पंचायत बदलने के बाद कई बार नये चुने गए जनप्रतिनिधि इन लोगों को काम करने से रोकते थे। अब जमीन अलॉट होने और पात्रता प्रमाण-पत्र मिलने के बाद इन परिवारों को पंचायत बदलने के बाद भी काम करने से कोई राेक नहीं सकेगा। प्रदेश में प्रजापति समाज के बड़े वोट बैंक को साधने के लिए इस निर्णय को नायब सरकार का मास्टर स्ट्रोक भी माना जा रहा है।