हरियाणा में ‘वोट चोरी हस्ताक्षर अभियान’ की डेडलाइन बढ़ी, कांग्रेस ने MP व MLA को सौंपा टारगेट
Vote Chori Signature Campaign: राव नरेंद्र सिंह का पत्र जारी, अब 30 अक्तूबर तक जुटाने होंगे हस्ताक्षर, जिलावार तय हुई जिम्मेदारियां
Vote Chori Signature Campaign: हरियाणा कांग्रेस ने अपने राज्यभर में चल रहे “वोट चोरी हस्ताक्षर अभियान” को लेकर बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने अभियान की अंतिम तारीख बढ़ाकर 30 अक्तूबर कर दी है। पहले यह तिथि 15 अक्तूबर तक ही थी। साथ ही, पार्टी के सांसदों, विधायकों और जिला पदाधिकारियों को तय संख्या में हस्ताक्षर जुटाने का स्पष्ट लक्ष्य भी सौंपा गया है।
राव नरेंद्र सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने और वोट चोरी के खिलाफ जनता को जागरूक करने का बड़ा प्रयास है। अब यह सुनिश्चित किया गया है कि हर स्तर के नेता और कार्यकर्ता अपने लक्ष्य के अनुरूप हस्ताक्षर जुटाकर 30 अक्तूबर तक फॉर्म जमा करें।
हर स्तर के नेताओं के लिए तय हुआ टारगेट
पत्र के अनुसार, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने हर स्तर के नेताओं के लिए हस्ताक्षरों की संख्या निर्धारित की है। पत्र में कहा गया है कि सभी संबंधित पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस दिशा में सक्रियता दिखाएं और समय सीमा के भीतर अपने फॉर्म या तो जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के माध्यम से या सीधे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जमा करवाएं।
- पार्टी सांसद व लोकसभा उम्मीदवार: 15,000 हस्ताक्षर
- जिला कांग्रेस प्रधान (ग्रामीण): 10,000 हस्ताक्षर
- जिला कांग्रेस प्रधान (शहरी): 5,000 हस्ताक्षर
- विधायक व विधानसभा उम्मीदवार: 7,000 हस्ताक्षर
- पूर्व सांसद व पूर्व विधायक: 5,000 हस्ताक्षर
- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य: 10,000 हस्ताक्षर
- अप्रवासी संगठन/विभाग प्रमुख: 10,000 हस्ताक्षर
- पूर्व चेयरमैन व पूर्व मेयर: 2,000 हस्ताक्षर
कार्यकर्ताओं अभियान में तेजी के निर्देश
प्रदेशाध्यक्ष ने अपने पत्र में कार्यकर्ताओं से अपील की है कि इस अभियान को जन-आंदोलन का रूप दें और बूथ स्तर तक पहुंचकर जनता से हस्ताक्षर करवाएं। उन्होंने कहा कि यह केवल औपचारिकता नहीं बल्कि जनता के विश्वास को पुनर्स्थापित करने की लड़ाई है। कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों, विधायकों, पूर्व जनप्रतिनिधियों और संगठन पदाधिकारियों से कहा है कि वे इस अभियान को “पार्टी के मिशन 2025” का हिस्सा मानते हुए गंभीरता से लें और रिपोर्ट तय तिथि तक प्रदेश कार्यालय को भेजें।
नेतृत्व की निगरानी में रहेगा पूरा अभियान
अभियान की प्रगति पर नजर रखने के लिए राव नरेंद्र सिंह ने वरिष्ठ नेताओं और पूर्व सांसदों को भी शामिल किया है। पत्र में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व सांसदों, जिला अध्यक्षों, कार्यकारी अध्यक्षों और महासचिवों को कॉपी भेजी गई है, ताकि अभियान की मॉनिटरिंग हर स्तर पर सुनिश्चित हो सके। राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि यह सिर्फ एक हस्ताक्षर अभियान नहीं, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प है। हर कार्यकर्ता को इसे अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।