Haryana Diwas: सीएम नायब सिंह सैनी ने बताया कैसे विकास की यात्रा तय कर रहा हरियाणा
Haryana Diwas: कहा-डबल इंजन सरकार ने बदली विकास की परिभाषा
Haryana Diwas: हरियाणा के 60वें स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश की विकास यात्रा को ‘जनसेवा से जनसशक्ति’ तक का सफर बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा अब केवल औद्योगिक नहीं, बल्कि सामाजिक और तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर राज्य बन चुका है। सीएम ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में राज्य ने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और महिला सशक्तिकरण - हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छुई हैं।
शनिवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सीएम ने कहा कि किसानों के खातों में सीधी मदद, युवाओं के लिए पारदर्शी नौकरियां, महिलाओं के लिए स्टार्टअप समर्थन और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बड़े निवेशों ने हरियाणा को देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों में शामिल कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य केवल विकास नहीं, बल्कि संतुलित और समावेशी विकास है, जिससे हर व्यक्ति को प्रगति का लाभ सीधे मिले।
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— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) November 1, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश आज संतुलित विकास के मार्ग पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है। हमारा लक्ष्य केवल विकास नहीं, बल्कि समावेशी विकास है, जिसमें किसान, नौजवान, महिला और उद्यमी - सबकी भूमिका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है जहां 24 फसलों की खरीद एमएसपी पर की जाती है। पिछले 11 फसल सीजन में 12 लाख किसानों के खातों में 1 लाख 61 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने किसान की आय बढ़ाने के लिए तकनीक, पारदर्शिता और बाजार विस्तार तीनों पर फोकस किया है।
इंटरव्यू खत्म, मेरिट को प्राथमिकता
सैनी ने बताया कि सरकार ने ग्रुप-सी और ग्रुप-डी की भर्तियों में इंटरव्यू प्रणाली समाप्त कर दी है। अब नौकरी किसी सिफारिश से नहीं, बल्कि योग्यता से मिलेगी। अब तक 1 लाख 80 हजार युवाओं को सरकारी सेवाओं में पूरी पारदर्शिता से शामिल किया गया है। इसके अलावा, हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएनएल) के माध्यम से 1 लाख 20 हजार युवाओं को रोजगार सुरक्षा दी गई है।
5 लाख ‘लखपति दीदी’ का लक्ष्य
सीएम ने बताया कि राज्य में 5 लाख महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा गया है। महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप अब 50 प्रतिशत तक पहुंच चुके हैं, जो प्रदेश की बदलती सामाजिक सोच का प्रमाण है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 6 से बढ़कर 17 हो गई है, जबकि एमबीबीएस सीटें 700 से बढ़कर 2,385 हो गईं। सीएम ने कहा कि यह न सिर्फ डॉक्टरों की नई पीढ़ी तैयार करेगा बल्कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को भी मजबूत करेगा।
उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्चर में छलांग
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में राज्य में 12 लाख 20 हजार 872 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) का पंजीकरण हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14 अप्रैल, 2025 को महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट टर्मिनल-3 की आधारशिला रखी गई, जिससे हरियाणा को अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी का नया द्वार मिला। साथ ही, हर जिले को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने के लिए 21 नए हाइवे घोषित किए गए, जिनमें से 13 पूरे हो चुके हैं।
‘सूर्य घर’ योजना सफल
गरीब परिवारों को बिजली बिल से राहत देने के लिए शुरू की गई ‘पीएम सूर्य घर मुक्त बिजली योजना’ के तहत अब तक 37,825 सोलर सिस्टम लगाए जा चुके हैं। ‘दयालु’ योजना के तहत 8,299 पात्र परिवारों को लगभग 310 करोड़ की आर्थिक सहायता दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा अब केवल औद्योगिक नहीं, बल्कि सामाजिक और तकनीकी दृष्टि से भी आत्मनिर्भर बन चुका है। अगले दशक में हमारा लक्ष्य हर गांव को स्मार्ट, हर युवा को सक्षम और हर परिवार को खुशहाल बनाना है।

