Haryana Crime : हथियारों की फोटो अपलोड करने वाला युवक PAK के लिए करता था जासूसी, आर्मी कैंट की भेजी तस्वीरें
ललित शर्मा/हप्र
कैथल,16 मई (हप्र)
कैथल जिले में देश की सुरक्षा से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है। स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट (स्ष्ठ) ने मस्तगढ़ गांव निवासी 25 वर्षीय युवक देवेंद्र सिंह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार देवेंद्र सिंह ने भारतीय सेना से संबंधित गोपनीय जानकारियां, जिनमें सैन्य ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की सूचनाएं भी शामिल हैं, पाकिस्तान को भेजी थीं। पुलिस ने बताया कि युवक को सबसे पहले 13 मई को फेसबुक पर अवैध हथियारों से जुड़ी एक पोस्ट के चलते हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के दौरान उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
देवेंद्र ने स्वीकार किया कि वह करतारपुर कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान स्थित धार्मिक स्थलों करतारपुर साहिब, ननकाना साहिब के दर्शन करने गया था। वहीं उसकी मुलाकात एक पाकिस्तानी लड़की से हुई, जिसके जरिए वह आईएसआई के संपर्क में आया। सूत्रों के अनुसार देवेंद्र उस लड़की के साथ लगभग एक सप्ताह तक रहा, जिसके दौरान वह आईएसआई से जुड़ गया।
भारत लौटने के बाद भी वह लगातार पाक एजेंटों से संपर्क में बना रहा और भारत से संबंधित संवेदनशील जानकारी सांझा करता रहा। जांच में यह भी सामने आया है कि वह अब तक पांच से अधिक पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में रह चुका है।
भेजी आर्मी कैंट की तस्वीरें
देवेंद्र सिंह पटियाला में पढ़ाई कर रहा था। इस दौरान उसने वहां स्थित आर्मी कैंट क्षेत्र की तस्वीरें अपने मोबाइल से खींचीं और आईएसआई एजेंटों को भेजीं। इसके अलावा उसने ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी सांझा की जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा मानी जा रही है।
साक्ष्य मिटाने की कोशिश, साइबर पुलिस कर रही रिकवरी
जांच में सामने आया है कि देवेंद्र को पुलिस जांच की भनक लग गई थी, जिस कारण उसने मोबाइल और अन्य डिजिटल डिवाइस से सारा डाटा डिलीट कर दिया। हालांकि पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट अब उस डाटा को रिकवर करने में जुटी हुई है।
एसआईटी कर रही है जांच: एसपी
कैथल एसपी आस्था मोदी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि देवेंद्र ने करतारपुर साहिब के दर्शन के बहाने पाकिस्तान का दौरा किया और वहां आईएसआई एजेंसी के संपर्क में आकर संवेदनशील जानकारियां सांझा कीं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है ताकि और जानकारी प्राप्त की जा सके।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस जासूसी नेटवर्क में और कौन लोग शामिल हो सकते हैं। जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है। जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है और जल्द ही अन्य सहयोगियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।