Haryana CET 2025: हजारों की संख्या हरियाणा पुलिस कांस्टेबल व ग्रुप-डी कर्मियों ने भी लिया सीईटी में हिस्सा
Haryana CET 2025: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा पिछले दिनों आयोजित की गई कॉमन पात्रता परीक्षा (सीईटी) में हजारों की संख्या में सरकारी कर्मचारियों ने भी भाग लिया। इनमें हरियाणा पुलिस में कार्यरत कांस्टेबल के अलावा ग्रुप-डी यानी चतुर्थ श्रेणी के पदों पर कार्यरत कर्मचारी भी शामिल हैं। इनकी कुल संख्या पांच हजार से भी अधिक बताई जा रही है। अकेले हरियाणा पुलिस के करीब 900 सिपाहियों ने खुद की ग्रोथ के लिए यह एग्जाम दिया है।
दरअसल, ग्रुप-सी के पदों के लिए कॉमन पात्रता परीक्षा पास करना अनिवार्य है। इस परीक्षा के बाद विभिन्न विभागों में खाली पदों पर होने वाली भर्ती के लिए भी अलग से एग्जाम का आयोजन होगा। ग्रुप-सी के पदों के लिए सीईटी का आयोजन 26 व 27 जुलाई को डबल शिफ्ट में हुआ था। आयोग ने मंगलवार को आधी रात सीईटी एग्जाम की ‘आंसर की’ भी जारी कर दी। आंसर-की के जरिये अभ्यर्थी यह अनुमान लगा सकेंगे कि उनका परिणाम क्या रहेगा।
सीईटी एग्जाम के लिए 13 लाख 48 हजार अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। पहली बार इतने बड़े स्तर पर इस परीक्षा का आयोजन हुआ। एग्जाम में 90 प्रतिशत के लगभग अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। अक्तूबर-2024 में विधानसभा चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद नायब सरकार ने चुनावी वादा पूरा करते हुए ग्रुप-डी के 25 हजार के लगभग पदों पर भर्ती के नतीजे घोषित किए थे। सूत्रों का कहना है कि इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे युवा हैं, जो ग्रुप-डी की बजाय ग्रुप-सी में आना चाहते हैं।
यह चाहत रखने वाले पढ़े-लिखे युवाओं ने ग्रुप-सी के पदों के लिए सीईटी परीक्षा में भाग लिया। हालांकि हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल पद भी ग्रुप-सी में आते हैं लेकिन पुलिस जवान भी विभागों में ग्रुप-सी के अन्य पदों पर नौकरी करने के इच्छुक हैं। इसीलिए 876 पुलिस जवानों ने सीईटी का एग्जाम दिया है। यहां बता दें कि 2017 के दौरान हुई भर्तियों में पांच सौ से अधिक रोडवेज परिचालक परीक्षा देकर अध्यापक बन गए थे।
बताते हैं कि कुछ पुलिस जवान सीईटी एग्जाम में ड्यूटी की वजह से परीक्षा नहीं दे पाए। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, सिरसा में तो एक एएसआई ने भी यह परीक्षा दी है। पुलिस के अलावा हजारों की संख्या में ऐसे युवाओं ने भी ग्रुप-सी की परीक्षा दी है, जो पहले से ही ग्रुप-डी के तहत चपरासी, माली, हेल्पर व चौकीदार हैं। इन सभी ने अपनी योग्यता को अपग्रेड करने के उद्देश्य ग्रुप-डी की नौकरी में रहते हुए ग्रुप सी के लिए सीईटी की परीक्षा दी है।
ग्रुप-डी के सीईटी की तैयारियां शुरू
ग्रुप-सी के सीईटी के सफल आयोजन के बाद अब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने ग्रुप-डी के पदों के लिए कॉमन पात्रता परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। ग्रुप-डी के सीईटी को लेकर आयोग चेयरमैन हिम्मत सिंह सभी सदस्यों व अधिकारियों के साथ बैठक भी कर चुके हैं। अब ग्रुप-डी का डे-टू-डे प्लान बनाया जाएगा। आयोग जल्द ही ग्रुप-डी के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल खोलेगा।
अपलोड हो सकेंगे सर्टिफिकेट
चयन आयोग ने द्वारा मंगलवार की रात 12 बजे सीईटी एगजाम की ‘आंसर-की’ जारी की गई। चेयरमैन हिम्मत सिंह का कहना है कि उम्मीदवार आयोग की वेबसाइट पर जाकर आंसर-की चेक कर सकते हैं। अब आयोग द्वारा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहे केस के अनुसार कार्रवाई करते हुए बहुत जल्द जाति विशेष के अभ्यर्थियों को अपलोड फार्मों की त्रुटियां दूर करने का अवसर देगा। वे अपने सर्टिफिकेट अपलोड कर सकेंगे। इसके बाद परिणाम घोषित किया जाएगा।
अब दर्ज हो सकेंगी आपत्तियां
आयोग के अध्यक्ष हिम्मत सिंह ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर संदेश जारी करके कहा कि आयोग द्वारा आंसर की जारी करने के बाद बीती रात से ही अभ्यर्थियों द्वारा आपत्तियां दर्ज करवाई जा रही हैं। आयोग अध्यक्ष ने कहा कि जांच में पता चला है कि बहुत से युवा एक जैसी आपत्तियां अलग-अलग दर्ज करवा रहे हैं। इससे युवाओं का पैसा बर्बाद हो रहा है। हिम्मत सिंह ने युवाओं से अपील की कि वे सामूहिक आपत्तियां दर्ज करवाएं। इससे उनका पैसा बचेगा और एक आपत्ति के माध्यम से कई दावेदार सामने आएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोग द्वारा एक आपत्ति पर जो कार्रवाई की जाएगी उसका लाभ सभी अभ्यर्थियों को मिलेगा।