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Haryana Anthm : राज्य गीत के सम्मान में खड़ा हुआ पूरा सदन, सर्वसम्मति से हुआ पास

साढ़े पांच दशक बाद मिला अपना ‘स्टेट सांग’... मनोहर लाल ने देखा था सपना, नायब ने चढ़ाया सिरे
बुधवार को विधानसभा में राज्य गीत के सम्मान में सदन में खड़े सभी विधायक
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दिनेश भारद्वाज/चंडीगढ़, 28 मार्च (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)

Haryana Anthm : हरियाणा को भी दूसरे राज्यों की तरह अब खुद का ‘स्टेट सांग’ मिल गया है। करीब साढ़े पांच दशकों के बाद हरियाणा को यह गीत मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय बिजली व शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह सपना देखा था। अब नायब सरकार ने इसे सिरे चढ़ाया है। शुक्रवार को विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन स्टेट सांग को सदन में सुनाया गया। सदन में मौजूद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, स्पीकर हरविन्द्र कल्याण व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित सभी मंत्री-विधायकों, अधिकारी, मीडिया व दर्शक राज्य गीत के सम्मान में खड़े हुए।

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विधानसभा में सर्वसम्मति से राज्य गीत को हरी झंडी दी गई। स्पीकर हरविन्द्र कल्याण अब विधानसभा की एक कमेटी बनाएंगे। इसमें सभी दलों के विधायक शामिल होंगे। यह कमेटी तय करेगी कि राज्य गीत के लिए क्या-क्या गाइड लाइन होंगी। प्रदेश में होने वाले सभी सरकारी कार्यक्रमों में राष्ट्रगान के साथ राज्य गीत भी चलाया जाएगा। रेवाड़ी विधायक लक्ष्मण सिंह यादव की अध्यक्षता वाली विधानसभा की कमेटी ने गीत को अंतिम रूप दिया है। यादव ने ही गीत को लेकर विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया।

इससे पहले 15 सितंबर, 2023 को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राज्य गीत चयन के लिए प्रस्ताव लाए थे। उस समय तीन गीत सदन में रखे गए थे। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कई विधायकों ने कुछ आपत्तियां दर्ज करवाते हुए विस कमेटी बनाने का सुझाव दिया था। 19 दिसंबर, 2023 को पांच विधायकों की समिति बनाई गई। इसके बाद नायब सरकार के दिसंबर-2024 के सत्र में भी गीत पर चर्चा हुई। पहली कमेटी के कुछ विधायक चुनाव हार गए।

ऐसे में स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने नये सिरे से कमेटी बनाई। लक्ष्मण यादव की अध्यक्षता वाली कमेटी में पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल, हांसी विधायक विनोद भ्याना, फतेहाबाद विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया तथा डबवाली से इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल को कमेटी में सदस्यों के रूप में शमिल किया गया। कमेटी ने गीत को फाइनल करने के लिए 12 बैठकें की। पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई।

हुड्डा ने भी दिए थे सुझाव

बजट सत्र के आखिरी दिन राज्य गीत 'जय जय जय हरियाणा' सर्वसम्मति से पास हो गया। कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मण यादव ने कहा कि गीत से कुछ अनावश्यक शब्द हटाए गए। गीत के भाव और भाषा को लेकर भी सुझाव दिए गए। इसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने सुंदर गोरी महिलाओं के शब्द पर कहा था कि काली कहां जाएंगी। इसके बाद इसमें सुंदर स्याणी नारी को शामिल किया गया। गीता भुक्कल, विनोद भ्याना, बिशम्बर सिंह वाल्मीकि, जोगीराम सिहाग, नीरज शर्मा सहित कई लोगों का इसमें सहयोग रहा।

पानीपत के बालकिशन ने लिखा गीत

शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने सदन में सुझाव दिया कि भविष्य में सदन में राष्ट्रगान के साथ ही राज्य गीत का भी स्मरण किया जाए। राज्य गीत को पानीपत के डॉ. बालकिशन शर्मा ने लिखा है। डॉ़ श्याम शर्मा गायक, पारस चोपड़ा कम्पोजर और रोहतक की मालविका पंडित ने डायरेक्ट किया है। मालविका रोहतक के मॉडल स्कूल में म्यूजिक टीचर हैं। वे नेशनल लेवल की कोरियोग्राफर हैं और इंडियन क्लासिकल डांस में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। खास बात यह है कि गीत के लिए प्रदेश सरकार से किसी भी कलाकार ने कोई फीस नहीं ली। कमेटी की बैठकों में हरियाणवी कलाकार महावीर गुड्डू भी शामिल हुए। कमेटी के पास कुल 204 गीत पहुंचे थे और पहले इनमें से 3 शॉर्ट-लिस्ट किए। बाद में एक गीत - 'जय जय जय हरियाणा' गीत को फाइनल किया गया।

तीन मिनट में समाया पूरा हरियाणा

तीन मिनट के गीत में पूरा हरियाणा है। प्रदेश को वेदों की पावन धरती के रूप में प्रस्तुत किया है। श्रीकृष्ण के गीता ज्ञान, शिवालिक व अरावली पर्वत शृंखला, यमुना-सरस्वती, देसी दूध-दही का खानपान से लेकर गीत में सामाजिक-सांस्कृतिक एकता को दर्शाया है। यहां होली, दिवाली, ईद और गुरुपर्व जैसे सभी धर्मों के त्योहार मिलजुल कर मनाए जाते हैं। राज्य की प्रगति को शिक्षा और व्यापार के विकास से जोड़ा गया है। सांग और रागनी जैसी लोक कलाओं का भी उल्लेख है।

यह है हरियाणा का अपना ‘राज्य गीत’

जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा

पावन धरती वेदों की, जहां हुआ हरि का आना

जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा

गीता ज्ञान धरोहर इसकी, महाभारत इतिहास

मुकुट शिवालिक आधार अरावली, यमुना बहती पास

मौज मनावे, कातक न्हावे, पूरी मन की आस

सरस्वती के अमृत रस का, यहीं सदा है वास

सादा जीवन, सादा बाणा, दूध दही का खाना

जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा

छैल छबीले, मर्द निराले, सुदंर स्याणी नार

होली, दिवाली, ईद, गुरपुरब, मनते तीज त्योहार

भाईचारा जग से न्यारा, बढ़े प्यार में प्यार

दिन दुगनी, अर रात चौगुनी, शिक्षा और व्यापार

बजते डेरू, ढोल, नगाड़े, सांग, रागनी गाना

जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा

उपजाते हैं फसल सुनहरी, खेतों बीच किसान

खेल खिलाड़ी मेडल लाकर करें देश का मान

सीमाओं पर हरदम चौकस यहां के वीर जवान

छोटा सा प्रदेश, देश की अजब निराली शान

अतिथि देवो भव है यहां सेवा धर्म निभाना है

जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा

नोट : इस समाचार के साथ फोटो भी है।

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