दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 22 जून
हरियाणा के 46 शहरों में से 25 की ‘चौधर’ लोगों ने भाजपा-जजपा गठबंधन को सौंप दी है। 18 नगर परिषद और 28 नगर पालिकाओं के चुनावी नतीजे बुधवार को घोषित हो गए। गठबंधन सरकार ने निकायों के ये चुनाव मिलकर लड़े थे। 18 नगर परिषद में से 10 में अध्यक्ष पद का चुनाव भाजपा उम्मीदवारों ने जीता है। वहीं नूंह में अच्छा प्रदर्शन करते हुए जजपा ने यहां जीत हासिल की है।
इसी तरह से 28 नगर पालिकाओं में से भाजपा ने 12 और गठबंधन सहयोगी जजपा ने 2 शहरों में चेयरमैनी का चुनाव जीता है। नगर परिषद की 18 सीटों में से 14 पर भाजपा और चार पर जजता चुनाव लड़ रही थी। जजपा का प्रदर्शन इस लिहाज से शर्मनाक भी माना जा रहा है कि वह अपने हिस्से आई नगर परिषद की सीटों में से केवल एक – नूंह में ही चुनाव जीत पाई। वहीं भाजपा ने 14 शहरों में से 10 में कमल खिलाने में कामयाबी हासिल की।
नगर पालिकाओं को लेकर दोनों पार्टियों ने तय किया था कि संबंधित शहर से जुड़ हलके में जिस पार्टी का विधाय है, वहां उसी पार्टी का प्रत्याशी होगा। इसके बाद भी कुछ ऐसे निकाय थे, जो दोनों पार्टियां आमने-सामने चुनाव लड़ती नज़र आईं। पंजाब में प्रचंड बहुमत के बाद निकायों के चुनाव सिम्बल पर लड़ने वाली आम आदमी पार्टी के लिए नतीजों को अच्छा नहीं माना जा रहा। बेशक, आप ने सबसे छोटे निकाय – इस्माइलाबाद में चेयरमैनी का चुनाव जीता है, लेकिन कई शहरों में उनके उम्मीदवारों की जमानत तक नहीं बची।
इसके बावजूद सोहना, कुंडली, भिवानी, कैथल, जींद, पलवल, घरौंडा, पिहोवा व लाडवा नगर परिषद/पालिका में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को मिले वोट ने भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के साथ प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। इन निकायों से जुड़े हलकों में इन दलों को अब ‘आप’ से निपटने के लिए अपनी रणनीति को बदलना होगा। इनेलो ने मंडी डबवाली नगर परिषद में चेयरमैनी का चुनाव जीता है, लेकिन ऐलनाबाद से खुद विधायक होते हुए भी अभय सिंह चौटाला यहां से पार्टी प्रत्याशी की शर्मनाक हार को रोक नहीं सके।
18 नगर परिषद में से 6 तथा 28 नगर पालिकाओं में से 13 में निर्दलीय प्रत्याशियों ने चेयरमैनी का चुनाव जीता है। इनमें से कुछ कांग्रेस समर्थित हैं तो कुछ ऐसे चेहरे भी हैं, जिनका बैकग्राउंड भाजपा से जुड़ा रहा है। भिवानी से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के सामने अपने निर्दलीय उम्मीदवार को चुनावों में जीत दर्ज करवा साबित कर दिया है कि भिवानी शहर को लेकर भाजपा द्वारा लिया गया फैसला सही नहीं था। भाजपा ने प्रीति रानी को टिकट दिया था, लेकिन जीत हुई है सर्राफ समर्थित प्रीति चौहान की।
नगर परिषद में यह रहे नतीजे
-कुल 18 नगर परिषद में से 10 में भाजपा ने चेयरमैनी का चुनाव जीता
-गठबंधन सहयोगी जजपा केवल नूंह नगर परिषद में ही चुनाव जीत पाई
-छह शहरों के मतदाताओं से निर्दलीय प्रत्याशियों पर जताया भरोसा
-मंडी डबवाली में इनेलो प्रत्याशी ने जीत दर्ज कर बचाई पार्टी की लाज
यह है पालिकाओं का रिपोर्ट कार्ड
-28 पालिकाओं में से 13 शहरों के लोगों ने निर्दलीयों को चुना
-12 शहरों में चेयरमैनी का चुनाव भाजपा उम्मीदवारों ने जीता
-जननायक जनता पार्टी ने 2 पालिकाओं में जीता अध्यक्ष चुनाव
-आम आदमी पार्टी ने इस्माइलाबाद में चुनाव जीत खोला खाता
नगर परिषद
भिवानी में भाजपा ने प्रीति रानी को टिकट दिया लेकिन वे तीसरे नंबर पर रही। यहां से भाजपा विधायक धनश्याम सर्राफ प्रीति चौहान को टिकट दिलवाना चाहते थे लेकिन पार्टी ने उन पर भरोसा नहीं जताया। ऐसे में विधायक के समर्थन ने प्रीति निर्दलीय ही चुनावी रण में आ डटीं और वे चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी की इंदू रही। यहां के नतीजे आने वाले दिनों में भाजपा ही नहीं कांग्रेस के लिए भी बड़ी चुनौती खड़ी कर सकते हैं।
चरखी दादरी
भाजपा के बख्शी सैनी ने 13 हजार 100 वोट लेकर निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह को बड़े अंतर से हराया। वीरेंद्र को 5055 वोट मिले वहीं आम आदमी पार्टी के शिवेंद्र को यहां 3453 वोट मिले।
झज्जर
भाजपा के जिले सिंह सैनी ने 10 हजार 711 वोट हासिल करके कांग्रेस समर्थित नाहर सिंह को चुनाव में बड़े अंतर से शिकस्त दी। नाहर सिंह को 4587 वोट मिले। वहीं कांग्रेस समर्थित ही भूदेव को 3676 वोट मिले। झज्जर का चुनाव कांग्रेस अपनी गलती और गुटबाजी के चलते हारी है।
बहादुरगढ़
यहां भी कांग्रेस समर्थित रामभतेरी खत्री चुनावी नतीजों को बदल सकती थी लेकिन कांग्रेस के बड़े चेहरों का समर्थन नहीं मिलने की वजह से वे चुनाव हार गईं। भाजपा की सरोज ने बहादुरगढ़ नगर परिषद में चेयरपर्सन का चुनाव जीता। इनेलो प्रत्याशी मोनिका राठी के साथ भाजपा की सीधी टक्कर रही और वे दूसरे नंबर पर रहीं।
कैथल
भाजपा की सुरभि गर्ग ने कांग्रेस समर्थित आदर्श कुमारी को शिकस्त दी। आदर्श कुमारी राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला के समर्थन से चुनाव लड़ रही थीं। अहम बात यह है कि यहां आप की नीलम रानी ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए करीब 13 हजार वोट हासिल किए हैं।
नारनौल
निर्दलीय कमेलश सैनी ने 27 हजार 202 वोट लेकर जीत हासिल की। वहीं भाजपा की संगीता को महज 13 हजार 68 वोट मिले हैं।
नूंह
जजपा के संजय कुमार ने जीत हासिल की। उन्हें 2704 वोट मिले। वहीं निर्दलीय विष्णु कुमार 2467 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे।
कालका
*भाजपा के कृष्ण लाल लाम्बा ने 20 हजार 829 वोट लेकर जीत हासिल की
*कांग्रेस समर्थित पवन कुमार को 14 हजार 348 वोट मिले। आपव के घनश्याम टांगरा 7895 वोट लिए।
फतेहाबाद
भाजपा के राजेंद्र सिंह खींची ने 13 हजार 842 वोट हासिल करके चुनाव में जीत हासिल की। उन्होंने निर्दलीय एडवोकेट वीरेंद्र को चुनाव हराया। वीरेंद्र को 12 हजार 783 वोट मिले। तीसरे नंबर पर भी 10 हजार 70 मतों के साथ निर्दलीय हरदीप कुमार रहे।
टोहाना
*निर्दलीय प्रत्याशी नरेश कुमार ने 14 हजार 113 वोट लेकर जजपा के रमेश चंद्र को चुनाव में शिकस्त दी। रमेश चंद्र को यहां 9 हजार 873 वोट मिले। टोहाना में विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली और भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला आमने-सामने थे। दोनों नेताओं के बीच पहले भी कई बार विवाद सामने आ चुका है।
सोहना
भाजपा की अंजू ने 12 हजार 183 वोट लेकर चुनाव में जीत दर्ज की। आम आदमी पार्टी की ललिता के साथ कड़ा मुकाबला हुआ। आप की ललिता को 10 हजार 321 वोट मिले।
हांसी
निर्दलीय प्रत्याशी प्रवीन ऐलावादी ने 20 हजार 428 वोट हासिल कर चुनाव में जीत दर्ज की। उनकी इस जीत ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यहां से विनोद भ्याना भाजपा विधायक हैं। भाजपा ने मीनू को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्हें केवल 14 हजार 923 ही वोट मिले।
नरवाना
कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी मुकेश रानी ने 10 हजार 431 वोट हासिल करके जननायक जनता पार्टी की प्रत्याशी छवि बंसल की जमानत जब्त करवा दी। जेजेपी प्रत्याशी छठे नंबर पर रही और उन्हें महज 327 वोट मिले। आम आदमी पार्टी की अनिता गोयल ने भी 1211 वोट लेकर जजपा को पीछे छोड़ दिया। नरवाना में दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी कनिका रही। उन्हें 10 हजार 90 वोट मिले।
जींद
भाजपा उम्मीदवार अनुराधा सैनी ने 25 हजार 750 वोट लेकर चेयरपर्सन का चुनाव जीता। निर्दलीय प्रत्याशी सविता कुंडू को 13 हजार 45 वोट मिले। तीसरे नंबर पर 11 हजार 873 वोट लेकर निशा रही। निशा ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ा। जींद में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन को नकार नहीं सकते। आप प्रत्याशी डॉ़ रजनीश जैन ने 9 हजार 374 वोट हासिल किए।
पलवल
भाजपा के यशपाल ने 9627 वोट लेकर चुनाव जीता। निर्दलीय धीरज को 6665 वोट मिले। तीसरे नंबर पर भी निर्दलीय वीर कुमार रहे। उन्हें 6111 वोट मिले। आम आदमी पार्टी के नवीन रोहिल्ला को 5126 वोट मिले।
होडल
निर्दलीय प्रत्याशी इंद्रेश कुमार ने 9629 वोट लेकर चुनाव में जीत दर्ज की। भाजपा यहां पांचवें नंबर पर पहुंची। लखन लाल को 4198 वोट मिले
गोहाना
भाजपा की रजनी विरमानी ने 11 हजार 724 वोट लेकर चुनाव में जीत हासिल की। पूर्व सांसद राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अरुण कुमार दूसरे नंबर पर रहे। उन्हें 8684 वोट मिले।
मंडी डबवाली
इनेलो के टेकचंद छाबड़ा ने 9953 वोट लेकर अध्यक्ष पद का चुनाव जीता। यहां भाजपा और जजपा में जुबानी जंग भी हुई लेकिन जीत इनेलो ने हासिल की। निर्दलीय विनोद बंसल 8395 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। वहीं तीसरे नंबर पर जजपा के प्रवीन कुमार रहे। उन्हें 7693 वोट मिले।
नगर पालिका
नारायणगढ़
निर्दलीय उम्मीदवार रिंकी ने चुनाव जीता। उन्हें 4115 वोट हासिल हुए। वहीं भाजपा की प्रीतपाल कौर मक्कड़ को 3054 वोट मिले।
रतिया
*निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति खन्ना ने 7290 वोट हासिल करके रतिया में जीत हासिल की। निर्दलीय प्रत्याशी सुषमा रानी 5941 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहीं। रतिया में भाजपा उम्मीदवार अंजु बाला 2556 मतों के साथ तीसरे पायदान पर रहीं।
*भूना में निर्दलीय प्रत्याशी अर्पणा ने 7339 वोट हासिल करके चुनाव में जीत हासिल की।
बरवाला
निर्दलीय उम्मीदवार रमेश बैटरी वाला ने 8 हजार 580 वोट लेकर अध्यक्ष चुनाव जीता। जजपा के रमेश बंसल को 6357 वोट मिले।
सफीदों
निर्दलीय अनिता रानी ने चुनाव में जीत हासिल की। उन्हें 6053 वोट मिले। उनके मुकाबले मंजूलता 4503 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहीं। मंजू भी बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में थीं।
उचाना
निर्दलीय उम्मीदवार विकास ने 3484 वोट हासिल करके जीत हासिल की। दूसरे नंबर पर 2858 मतों के साथ निर्दलीय सज्जन कुमार रहे। जननायक जनता पार्टी के अनिल को 2022 ही वोट मिले।
घरौंडा
भाजपा प्रत्याशी हैप्पी लक गुप्ता ने 5108 वोट लेकर चुनाव जीता। आप के सुरेंद्र कुमार ने उन्हें कड़ी टक्कर दी। सुरेंद्र कुमार को 5077 वोट मिले हैं।
तरावड़ी
निर्दलीय वीरेंद्र कुमार ‘बिल्ला’ ने 7059 वोट लेकर जीत हासिल की। भाजपा के राजीव नारंग को 6521 वोट मिले।
निसिंग
निर्दलीय प्रत्याशी रोमी सिंगला को 4473 वोट मिले और उन्होंने जीत दर्ज की। वहीं दूसरे नंबर पर 2173 मतों के साथ निर्दलीय जनक राज रहे।
असंध
निर्दलीय प्रत्याशी सतीश कटारिया ने 4408 वोट लेकर चुनाव जीता। भाजपा की कमलजीत लाडी ने 3855 वोट मिले।
चीका
गुहला से जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह अपनी पुत्रवधू रेखा रानी को चुनाव में जीत दिलवाने में सफल रहे। रेखा रानी ने 4697 वोट हासिल किए वहीं निर्दलीय प्रत्याशी उषा रानी को यहां से 4395 वोट मिले।
राजौंद
*भाजपा की बबीता ने 3433 वोट लेकर जीत हासिल की
*निर्दलीय हरपाल सिंह को यहां 2321 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर भी 2150 वोट के साथ निर्दलीय करण सिंह रहे।
महेंद्रगढ़
*भाजपा के रमेश सैनी ने 7853 वोट हासिल कर निर्दलीय नवीन राव को चुनाव में हराया। नवीन को 3455 वोट ही मिले।
नांगल-चौधरी
भाजपा की प्रिया सैनी ने 2436 वोट हासिल किए और उनके मुकाबले निर्दलीय उर्मिला देवी ने 2302 वोट हासिल किए। यहां भाजपा कमल खिलाने में कामयाब रही।
फिरोजपुर-झिरका
भाजपा के मनीष कुमार ने 7056 वोट लेकर चुनाव जीता। यहां से निर्दलीय जय सिंह 3128 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे।
पुन्हाना
भाजपा ने यहां भी कमल खिलाया है। बलराज ने 6451 वोट लेकर चुनाव जीता। निर्दलीय समसुद्दीन ने 4771 वोट हासिल किए।
इस्माइलाबाद
आम आदमी पार्टी की निशा ने चुनाव में जीत हासिल की है। उन्हें 1503 वोट मिले। वहीं भाजपा की पूजा गर्ग को 1402 मत मिले।
शाहबाद
यहां से जजपा विधायक रामकरण काला जेजेपी प्रत्याशी गुलशन कुमार को जितवाने में कामयाब रहे। गुलशन कुमार के मुकाबले 5870 वोट के साथ हरीश कुमार निर्दलीय प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे
पिहोवा
खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह को यहां काफी जोर लगाना पड़ा। भाजपा के आशीष शर्मा को आम आदमी पाअीर् के अनिल धवन से कड़ी टक्कर मिली। आशीष महज 55 वोटों से चुनाव जीते हैं।
लाडवा
भाजपा की साक्षी खुराना ने 5818 वोट लेकर जीत दर्ज की। निर्दलीय प्रत्याशी सुमित बंसल को 4402 वोट हासिल हुए। यहां आम आदमी पार्टी के अनिल कुमार ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 4358 वोट हासिल किए।
समालखा
*भाजपा के अशोक कुच्छल ने 9704 वोट लेकर चुनाव जीता। कांग्रेस समर्थित संजय बैनीवाल को 7079 वोट मिले।
*पूर्व विधायक व आप के भरत सिंह छोक्कर को महज 1273 वोट मिले। वे बीच में ही मैदान छोड़ गए थे।
महम
*निर्दलीय प्रत्याशी भारती ने 3296 वोट लेकर चुनाव जीता। दूसरे नंबर पर अमरजीत कौर रहीं। अमरजीत निर्दलीय चुनाव लड़ रही थीं और उन्हें 3018 वोट मिले।
बावल
निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह ने 2996 वोट लेकर चुनाव जीता। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को तीसरे नंबर पर पहुंचा दिया। यहां भाजपा को महज 1043 वोट मिले।
गन्नौर
भाजपा के अरुण ने 10 हजार 438 वोट लेकर चुनाव में जीत दर्ज की। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी सत्यप्रकाश शर्मा को 4328 वोट मिले।
कुंडली
भाजपा की शिमला देवी ने 1987 वोट लेकर चुनाव में जीत हासिल की। आम आदमी पार्टी की कुमारी अंजलि के साथ उनका कड़ा मुकाबला हुआ। आप को यहां 1910 वोट मिले।
ऐलनाबाद
कांग्रेस समर्थित निर्दलीय राम सिंह सोलंकी ने 7 हजार 471 वोट हासिल कर चुनाव में जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी राजेश कुमार को चुनाव में शिकस्त दी। इनेलो भी यहां अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया।
रानियां
निर्दलीय प्रत्याशी मनोज सचदेवा ने चुनाव में जीत हासिल की। उनके मुकाबले निर्दलीय प्रत्याशी दीपक गाबा ही रण में डटे थे। दीपक गाबा को 6300 वोट मिले।
साढ़ौरा
भाजपा की शालिनी ने 2135 वोट लेकर चुनाव में जीत दर्ज की। निर्दलीय निशा अग्रवाल के साथ उनका मुकाबला रहा। निशा को 2013 वोट मिले।
कुलदीप बिश्नोई ने ली चुटकी
सिर्फ खंजर ही नहीं मुझे आंखों में पानी चाहिए। हे प्रभु, दुश्मन भी मुझको खानदानी चाहिए….फ्री-हैंड के रूझान आने शुरू हुए, न राज्यसभा जीत पाए और अब ये। मैं तो पहले ही कहता था कि दुकानों में माल कोनी!!!