हमास ने सभी 20 बंधक छोड़े, इस्राइल ने रिहा किये 1900 फलस्तीनी
दो साल युद्ध के बाद हुए गाजा संघर्ष विराम समझौते के पहले चरण के तहत हमास ने सोमवार को इस्राइल के सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा कर दिया। शेष 28 मृत बंधकों के शव भी संघर्ष विराम शर्तों के तहत सौंपे जाने की उम्मीद है। वहीं, इस्राइल ने 1900 से ज्यादा फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया और अकालग्रस्त गाजा में खाद्य एवं सहायता सामग्री की आपूर्ति बढ़ाने की अनुमति दी है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्धविराम एवं बंधक समझौते का जश्न मनाने के लिए इस्राइल पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस समझौते ने युद्ध को प्रभावी रूप से समाप्त कर दिया है और पश्चिम एशिया में स्थायी शांति स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने इस्राइल की संक्षिप्त यात्रा के दौरान यरूशलम में ‘नेसेट’ (संसद) को भी संबोधित किया। इसके बाद वह गाजा के भविष्य से संबंधित वैश्विक सम्मेलन में भाग लेने के लिए मिस्र पहुंचे।
गाजा सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के नेता शामिल हुए, जिसकी मेजबानी ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी ने की। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ‘ज्यूइश हॉलीडे’ का हवाला देते हुए सम्मेलन में शिरकत करने से इनकार कर दिया। हमास का मुख्य समर्थक ईरान भी शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ। ईरानी अधिकारियों ने युद्धविराम समझौते को हमास की जीत बताया है।
ट्रंप के शांति प्रयासों का समर्थन : मोदी
नयी दिल्ली (एजेंसी) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘दो साल से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखे गए सभी बंधकों की रिहाई का हम स्वागत करते हैं। उनकी रिहाई उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के अथक शांति प्रयासों और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मजबूत संकल्प के प्रति सम्मान है। हम क्षेत्र में शांति लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं।’