GST Reform: कृषि मंत्री शिवराज चौहान बोले- कृषि उपकरणों पर GST घटने से मिलेगी किसानों को बड़ी राहत
GST Reform: किसानों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। जीएसटी काउंसिल के फैसले के बाद अब कृषि उपकरणों पर जीएसटी की दर 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है। इसका सीधा असर उपकरणों की कीमतों पर पड़ा है और कई मशीनें पहले के मुकाबले हजारों रुपये तक सस्ती हो गई हैं। छोटे किसान हों या बड़े, अब ट्रैक्टर, थ्रेशर, रोपण यंत्र, मल्चर और स्प्रेयर तक खरीदना आसान हो जाएगा।
शनिवार को भोपाल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य किसानों की लागत घटाना और उन्हें आधुनिक उपकरण सुलभ कराना है। जीएसटी दरों में कटौती से छोटे-बड़े सभी किसान सस्ती मशीनरी खरीद पाएंगे। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर किसान, आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में कमी से ट्रैक्टरों से लेकर थ्रेशर, सीडर, मल्चर और स्प्रेयर तक लगभग सभी कृषि उपकरणों की कीमतें घट गई हैं। किसानों को हजारों से लेकर लाखों रुपये तक की सीधी बचत होगी। इससे खेती का खर्च कम होगा, उत्पादकता बढ़ेगी और कृषि यंत्रीकरण को नई रफ्तार मिलेगी।
ट्रैक्टर की कीमतों में भारी गिरावट
खेती का अहम साथी ट्रैक्टर अब पहले से कहीं ज्यादा किफायती हो गया है। उदाहरण के तौर पर 45 हॉर्सपावर का ट्रैक्टर, जो पहले करीब 7.20 लाख रुपये में मिलता था, अब 6.75 लाख रुपये में खरीदा जा सकेगा। इसी तरह 50 एचपी का ट्रैक्टर लगभग 53 हजार रुपये सस्ता हो गया है। छोटे किसानों के लिए लोकप्रिय 35 एचपी ट्रैक्टर की कीमत भी करीब 41 हजार रुपये कम हो गई है। वहीं 75 एचपी का बड़ा ट्रैक्टर अब 63 हजार रुपये तक सस्ता हो गया है।
छोटे उपकरण अब हर किसान की पहुंच में
किसानों द्वारा रोजमर्रा में उपयोग किए जाने वाले छोटे उपकरणों पर भी बड़ी राहत दी गई है। पावर टिलर 13 एचपी अब 20 हजार की जगह सिर्फ 8,500 रुपये में उपलब्ध है। पावर वीडर की कीमत 9,400 रुपये से घटकर 3,900 रुपये रह गई है। हार्वेस्टर कंबाइन पर भी अब किसानों को करीब आधी कीमत चुकानी होगी।
धान रोपण और थ्रेशर पर बड़ी कटौती
धान की खेती करने वाले किसानों के लिए सबसे अहम धान रोपण यंत्र अब 15 हजार रुपये से ज्यादा सस्ता हो गया है। यह पहले 26 हजार रुपये में बिकता था, लेकिन अब मात्र 11 हजार रुपये में मिलेगा। बहुफसली थ्रेशर की कीमत भी 24 हजार से घटकर 10 हजार रुपये हो गई है। इन फैसलों से किसानों को बोआई और कटाई दोनों में सीधी बचत होगी।
सीडर और फसल अवशेष प्रबंधन उपकरण सस्ते
खेती में बीज डालने और खाद छिड़कने के यंत्रों पर भी राहत दी गई है। 11 टाइन वाला सीड कम फर्टिलाइज़र ड्रिल अब 18 हजार की जगह 7,500 रुपये में मिलेगा। हैप्पी सीडर और सुपर सीडर जैसे आधुनिक यंत्रों पर भी किसानों को 10 से 16 हजार रुपये तक की बचत होगी। वहीं स्ट्रॉ रीपर और मल्चर की कीमतें आधी रह गई हैं। उदाहरण के लिए, पांच फीट स्ट्रॉ रीपर अब 37 हजार की बजाय 15 हजार रुपये में मिलेगा।
बड़े उपकरणों पर लाखों की राहत
कुछ बड़े कृषि उपकरणों पर किसानों को जबरदस्त बचत मिलेगी। 14 फीट कटर बार, जो पहले 3.21 लाख रुपये का था, अब मात्र 1.34 लाख रुपये में मिलेगा। यानी लगभग 1.87 लाख रुपये की बचत। इसी तरह स्क्वायर बेलर 1.60 लाख से घटकर 67 हजार रुपये रह गया है। ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर पर भी लगभग 9,000 रुपये की बचत होगी।