GST Bachat Utsav : PM मोदी का देशवासियों के नाम पत्र- जीएसटी सुधारों से बचत को मिलेगा बढ़ावा, समाज के हर वर्ग को सीधे फायदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों से बचत को बढ़ावा मिलेगा और समाज के हर वर्ग को सीधे फायदा होगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि 2047 तक विकसित भारत के सामूहिक लक्ष्य को हासिल करने के लिए आत्मनिर्भरता के मार्ग पर चलना जरूरी है। देशवासियों के नाम ‘एक्स' पर पोस्ट किए गए एक खुले पत्र में, उन्होंने कहा कि 22 सितंबर से अगली पीढ़ी के जीएसटी (माल एवं सेवा कर) सुधार लागू होने के साथ पूरे देश में ‘‘जीएसटी बचत उत्सव'' की शुरुआत हो गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष त्योहारों पर हमें एक और उपहार मिल रहा है। इन सुधारों से बचत को बढ़ावा मिलेगा और समाज के हर वर्ग-- किसान, महिला, युवा, गरीब, मध्यम वर्ग, व्यापारी, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग-- को सीधे फायदा होगा। वे अधिक विकास और निवेश को प्रोत्साहित करेंगे तथा प्रत्येक राज्य और क्षेत्र की प्रगति में तेजी लाएंगे। अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें मुख्य रूप से 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दो श्रेणी (स्लैब) हैं। खाद्य पदार्थ, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट जैसी रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं, बीमा तथा कई अन्य वस्तुएं अब या तो कर-मुक्त होंगी या सबसे कम 5 प्रतिशत कर स्लैब में होंगी।
जिन वस्तुओं पर पहले 12 प्रतिशत कर लगता था, वे लगभग पूरी तरह से 5 प्रतिशत कर के दायरे में लाई गई हैं। यह देख बहुत खुशी हो रही है कि विभिन्न दुकानदार-व्यापारी पहले के और अब के बोर्ड लगा रहे हैं, जो सुधारों से पहले व सुधारों के बाद के करों को दर्शाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और देश में एक आकांक्षी नव मध्यम वर्ग तैयार हुआ है। हमने आयकर में भारी कटौती कर हमारे मध्यम वर्ग को भी मजबूत किया है। अब 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लिया जा रहा है।
अगर हम आयकर में कटौती और अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों को जोड़ दें तो इससे लोगों को लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। उन्होंने पत्र में लोगों से कहा कि आपके घरेलू खर्च कम हो जाएंगे और मकान बनाना, गाड़ी खरीदना, उपकरण खरीदना, बाहर खाना खाना या परिवार के साथ छुट्टियां मनाने जैसी आकांक्षाएं पूरी करना आसान हो जाएगा। उन्होंने 2017 में शुरू हुई देश की जीएसटी यात्रा को नागरिकों और व्यवसायों को कई करों के जंजाल से मुक्त करने में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताते हुए कहा कि जीएसटी ने देश को आर्थिक रूप से एकजुट किया है। एक राष्ट्र एक कर, से एकरूपता और राहत मिली।
उन्होंने कहा कि जीएसटी परिषद ने केंद्र और राज्यों, दोनों की सक्रिय भागीदारी से कई जनहितैषी फैसले लिए। अब ये नए सुधार हमें और आगे ले जा रहे हैं, व्यवस्था को सरल बना रहे हैं, दरें कम कर रहे हैं और लोगों के हाथों में अधिक बचत पहुंचा रहे हैं। हमारे छोटे उद्योगों, दुकानदारों, व्यापारियों, उद्यमियों और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) को भी व्यापार करने में सहूलियत होगी। कम कर, कम कीमतें और सरल नियमों का मतलब है अधिक बिक्री, कम अनुपालन बोझ और अवसरों में वृद्धि, खासकर एमएसएमई क्षेत्र में।