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Gorakhpur: सुहागरात पर पति ने स्वीकार की ऐसी बात कि दुल्हन से उड़ गए होश, तीन दिन में ही मांगा तलाक

Unfit for Marital Relations: गोरखपुर में एक नवविवाहिता ने शादी के तीन दिन बाद ही तलाक की मांग की है। महिला का आरोप है कि पति ने सुहागरात को स्वीकार किया कि वह वैवाहिक संबंधों के लिए शारीरिक रूप से...

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Unfit for Marital Relations: गोरखपुर में एक नवविवाहिता ने शादी के तीन दिन बाद ही तलाक की मांग की है। महिला का आरोप है कि पति ने सुहागरात को स्वीकार किया कि वह वैवाहिक संबंधों के लिए शारीरिक रूप से अक्षम है। बाद की मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि वह पिता नहीं बन सकता।

दुल्हन पक्ष ने इसे जानकारी छिपाने का आरोप लगाते हुए उपहार और खर्च लौटाने की मांग की। दूल्हे की यह दूसरी असफल शादी बताई गई। पुलिस हस्तक्षेप के बाद दोनों परिवारों में सात लाख रुपये और सभी तोहफे लौटाने का समझौता हुआ। सहजनवा पुलिस ने पुष्टि की कि मामला आपसी सहमति से सुलझाया जा रहा है।

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महिला का आरोप है कि उसके पति ने शादी की रात को कुबूल किया कि वह वैवाहिक संबंधों के लिए ‘शारीरिक रूप से अक्षम' है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

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महिला द्वारा भेजे गए कानूनी नोटिस में उसने कहा, ‘‘मैं ऐसे व्यक्ति के साथ अपनी जिंदगी नहीं बिता सकती जो वैवाहिक संबंधों के लिए शारीरिक रूप से अक्षम है। यह बात शादी की रात उसने मुझे खुद बतायी है।''

दूल्हा (25) सहजनवा के रहने वाले एक अमीर किसान परिवार का इकलौता बेटा है और गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की एक औद्योगिक इकाई में इंजीनियर के तौर पर काम करता है।

परिवार के सूत्रों के मुताबिक दुल्हन का परिवार बेलियापार में रहता है और यह शादी रिश्तेदारों के माध्यम से तय की गई थी। विवाह 28 नवंबर को हुआ था और अगले दिन ‘विदाई' हुई थी।

उन्होंने बताया कि यह मामला एक दिसंबर को सामने आया, जब दुल्हन के पिता एक पारंपरिक रस्म के लिए उसके ससुराल गए। दुल्हन ने उन्हें बताया कि दूल्हे ने वैवाहिक संबंधों के लिए चिकित्सीय आधार पर शारीरिक रूप से अक्षम होने की बात मानी है। इसके बाद दुल्हन को दूल्हे के परिवार को बताए बिना तुरंत उसके मायके वापस ले जाया गया।

सूत्रों के मुताबिक दोनों परिवार तीन दिसंबर को बेलियापार में एक रिश्तेदार के घर मिले जहां दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के परिवार पर उसकी चिकित्सीय स्थिति की बात छुपाने का आरोप लगाया।

उन्होंने यह भी दावा किया कि यह दूल्हे की दूसरी नाकाम शादी थी। उसकी पहली पत्नी भी दो साल पहले शादी के एक महीने के अंदर इसी वजह से चली गई थी। दुल्हन के परिजन के मुताबिक दोनों परिवारों की सहमति से दूल्हे को चिकित्सीय जांच के लिए गोरखपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि दूल्हा वैवाहिक संबंधों के लिए चिकित्सीय रूप से अयोग्य है और ‘‘वह पिता नहीं बन सकता''।

दुल्हन के परिजन का कहना है कि दूल्हे के पिता ने शुरू में अपने बेटे की मेडिकल जांच कराने से मना कर दिया था, जिसके बाद दुल्हन के परिवार ने पुलिस से संपर्क किया और शादी के दौरान दिए गए सभी तोहफे और नकदी वापस करने की मांग की। उन्होंने बताया कि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद समझौता हो गया।

दूल्हे का परिवार एक महीने के अंदर शादी के खर्च के तौर पर सात लाख रुपये और सभी उपहार वापस करने पर सहमत हो गया। दोनों पक्षों ने रिश्तेदारों की मौजूदगी में एक समझौते पर हस्ताक्षर किये। सहजनवा के थाना प्रभारी महेश चौबे ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, ‘‘दोनों परिवार संपर्क में हैं और मामला आपसी सहमति से सुलझाया जा रहा है।''

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