दक्षिण हरियाणा के किसानों के लिए Good News, राज्य में पैदा होगा उत्कृष्ट गुणवत्ता का आलू बीज; हुआ MOU
दक्षिण हरियाणा के किसानों के लिए अच्छी खबर है। इस इलाके के 4 जिलों- भिवानी, दादरी, महेंद्रगढ़ व रेवाड़ी में अब आलू का उत्पादन बढ़ सकेगा। प्रदेश सरकार ने किसानों को ‘अरली जेनेरेशन सीड’ मुहैया करवाने का निर्णय लिया है। इससे आलू का उत्पादन भी बढ़ेगा। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) के साथ हरियाण के बागवानी विभाग ने एमओयू किया है।
मंगलवार को चंडीगढ़ में कृषि व बागवानी मंत्री श्याम सिंह राणा की मौजूदगी में एमओयू पर साइन हुए। इस मौके पर कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल के अलावा कई अधिकारी तथा अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र के वैज्ञानिक मौजूद रहे। कृषि मंत्री ने बताया कि एमओयू के तहत यह सहयोग प्रधानमंत्री कृषि योजना- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के अंतर्गत प्रस्तावित है।
इसके तहत 2025-26 में ₹4 करोड़ 48 लाख राशि केंद्र सरकार से अनुमोदित की है। कुल ₹18 करोड़ 70 लाख रुपये की परियोजना 4 वर्षों में पूरी होगी। एमओयू का उद्देश्य हरियाणा के दक्षिणी जिलों- दादरी, भिवानी, महेंद्रगढ़ एवं रेवाड़ी में आलू का ‘एरली जेनेरेशन सीड’ का उत्पादन कर किसानों को उच्च गुणवत्ता वाला व रोगमुक्त बीज उपलब्ध कराना है। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और हरियाणा आलू बीज उत्पादक राज्य के रूप में उभर सकेगा।
बागवानी विभाग द्वारा करनाल के शामगढ़ में स्थापित पोटेटो टेक्नोलॉजी सेंटर (PTC) को इस परियोजना का क्रियान्वयन केंद्र बनाया है। यहां एआरसी तकनीक, एरोपोनिक्स यूनिट्स और कंट्रोल्ड क्लाइमेट फैसिलिटीज जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र और हरियाणा सरकार के बीच यह समझौता किसानों के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।