दरियादिली : बाढ़ में सहारा बनी ‘मुहब्बतां दी किश्ती’
पंजाब में बाढ़ के बीच एक कारोबारी ने अपनी दरियादिली से दिल जीत लिए। कपूरथला के हंसपाल ट्रेडर्स के मालिक प्रितपाल सिंह हंसपाल राज्य के बाढ़ पीड़ितों के लिए 100 नावें बना चुके हैं। उनकी बनाई नावों पर पंजाबी में लिखा खूबसूरत संदेश- ‘हलीमिया, हमदरदियां ते मुहब्बतां दी किश्ती’ (करुणा और प्रेम की नाव) उनके प्रयासों की करुणामयी भावना को दर्शाता है। अब वह अपने अगले प्रयास की तैयारी कर रहे हैं। वह उन लोगों के लिए प्रीफैब्रिकेटेड मकान बनाने की योजना बना रहे हैं, जिन्होंने अपने घर खो दिए हैं। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए विशेषज्ञों और वास्तुकारों से परामर्श किया जाएगा।
प्रितपाल सिंह ने रेल के पुर्जे बनाने के अपने नियमित व्यवसाय को एक हफ्ते के लिए रोककर कश्तियां बनवाईं। उनके 70 श्रमिकों की टीम ने दिन में 16 घंटे से ज्यादा अथक परिश्रम किया और सिर्फ सात दिनों में 100 नावें बनाकर वितरित कर दीं। उन्होंने कहा, ‘मैंने बाढ़ से तबाह हुए लोगों को मदद के लिए गुहार लगाते देखा। मेरा दिल टूट गया और मुझे लगा कि मुझे आगे आना ही होगा। पंजाब ने हमें बहुत कुछ दिया है, अब पंजाब के लिए आगे आने की हमारी बारी है।’ उन्होंने कहा कि वह अपने श्रमिकों के आभारी हैं, जिन्होंने इस पूरे प्रयास में अटूट समर्पण के साथ काम किया। फोरमैन जस्सा सिंह, मलकीत सिंह और अन्य ने बताया कि जब प्रितपाल सिंह ने बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के उद्देश्य के बारे में बताया, तो उन्हें बेहद गर्व
महसूस हुआ।
नियमित काम रोके जाने के कारण हुए नुकसान के बारे में प्रितपाल सिंह ने ज्यादा कुछ नहीं बताया। उन्होंने कहा, ‘हम साल भर काम करते हैं। अगर हम जरूरतमंदों को कुछ दिन दे सकें और इससे लोगों की जान बच सके, तो यही सबसे ज्यादा मायने रखता है।’