Geeta Mahotsav 2025: कुरुक्षेत्र में फिर बजेगी अध्यात्म की गूंज, PM मोदी 25 नवंबर को होंगे शामिल, 21 दिन चलेगा आयोजन
मध्य प्रदेश बनेगा पार्टनर स्टेट, विदेश मंत्रालय भी जोड़ेगा वैश्विक आयाम
Geeta Mahotsav 2025: हरियाणा की पवित्र धरती कुरुक्षेत्र एक बार फिर अध्यात्म, संस्कृति और ज्ञान के महाकुंभ का साक्षी बनेगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को घोषणा की कि दसवां अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव इस बार 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक भव्य रूप में आयोजित होगा।
पहली बार यह आयोजन 21 दिन तक चलेगा। इस बार मध्य प्रदेश को पार्टनर स्टेट के रूप में शामिल किया गया है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और लोक परंपराओं का प्रदर्शन करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र पहुंचकर गीता जयंती समारोह के साथ-साथ गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी समागम के समापन अवसर पर भी शामिल होंगे।
गीता जयंती महोत्सव को लेकर सोमवार को यहां आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सीएम ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने कुरुक्षेत्र को "गीता स्थली" के रूप में विशेष पहचान दिलाई थी। उसी पहल का परिणाम है कि 2016 से यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा महाभारत में अर्जुन को गीता का उपदेश दिए जाने के 5163 वर्ष पूरे हो रहे हैं, और यह हमारा सौभाग्य है कि आज गीता का संदेश पूरे विश्व में फैल रहा है। हर साल श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार व्यवस्थाओं का दायरा भी दोगुना किया गया है। 24 नवंबर को ब्रह्म सरोवर पर गीता यज्ञ व पूजन के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा।
मध्य प्रदेश की संस्कृति होगी आकर्षण का केंद्र
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश पवेलियन इस बार विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा, जहां आगंतुकों को मध्य प्रदेश की कला, खान-पान और परंपराओं की झलक देखने को मिलेगी। वहीं, 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक ब्रह्म सरोवर तट पर महाआरती का आयोजन प्रतिदिन होगा। 26 से 30 नवंबर तक पद्म विभूषण रामभद्राचार्य द्वारा गीता कथा वाचन किया जाएगा। 30 नवंबर से एक दिसंबर तक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय ज्ञान सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें कई देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म का संगम
इस बार का आयोजन केवल धार्मिक नहीं बल्कि शैक्षणिक और सांस्कृतिक समागम के रूप में भी उभरेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि एनआईडी, आईएनटी, आयुष विश्वविद्यालय और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में गीता पर सेमिनार और वर्कशॉप होंगी। 25 नवंबर से 1 दिसंबर तक 48 कोस भूमि के सभी तीर्थ स्थलों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। एक दिसंबर को 18000 विद्यार्थी थीम पार्क कुरुक्षेत्र में एक साथ गीता पाठ करेंगे। उसी दिन 182 तीर्थों पर दीपोत्सव होगा, जो एक अद्वितीय अध्यात्मिक क्षण होगा।
विदेश मंत्रालय जोड़ेगा वैश्विक अध्याय
मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि इस बार भारत सरकार का विदेश मंत्रालय भी गीता महोत्सव का अहम हिस्सा बनेगा। इंडोनेशिया, कनाडा, अमेरिका समेत कई देशों में गीता जयंती समारोह पहले ही आयोजित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब विदेश मंत्रालय के सहयोग से विश्व के 51 देशों में यह महोत्सव मनाया जाएगा। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता गोष्ठी होगी, जिसमें 16 देशों के 25 विद्वान अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। इस आयोजन का सीधा प्रसारण विश्व के 51 देशों में होगा। विदेश मंत्रालय विभिन्न देशों में अनुवादित गीता की प्रदर्शनी भी लगाएगा — जिससे भारत की सांस्कृतिक आत्मा दुनिया तक पहुंचेगी।
गीता बनी वैश्विक पहचान : स्वामी ज्ञानानंद
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि पिछले एक दशक में कुरुक्षेत्र का चेहरा पूरी तरह बदल गया है। उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव के नियमित आयोजन ने कुरुक्षेत्र और श्रीमद्भगवद्गीता दोनों को वैश्विक पहचान दिलाई है। आज यह शहर अध्यात्म, संस्कृति और पर्यटन का केंद्र बन गया है। स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि अब सालभर देश-विदेश से श्रद्धालु कुरुक्षेत्र आते हैं। पहले यहां सिर्फ सूर्य ग्रहण या खास अवसरों पर भीड़ होती थी, पर अब हर दिन तीर्थयात्रियों की रौनक रहती है। देश के बड़े कथा वाचक नियमित रूप से यहां कथा करने आते हैं। यह बदलाव नए युग की धार्मिक चेतना को दर्शाता है।
हरियाणा की बेटी शैफाली वर्मा ने बढ़ाया गौरव
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने खेल जगत से जुड़ी एक और खुशी साझा की। उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की हरियाणा की खिलाड़ी शैफाली वर्मा को विश्व चैंपियन बनने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की बेटियों ने बार-बार यह साबित किया है कि वे किसी से कम नहीं हैं। शैफाली ने अपने शानदार प्रदर्शन से पूरे देश को गर्वान्वित किया है। शैफाली ने हाल ही में 87 रन बनाकर दो विकेट लिए, जिससे भारतीय टीम को जीत मिली। नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा की खिलाड़ी विश्व स्तर पर नया इतिहास लिख रही हैं, और अब शैफाली का नाम भी उस गौरवशाली सूची में शामिल हो गया है।
आस्था और आकर्षण का संगम बनेगा कुरुक्षेत्र
इस बार का अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक शक्ति, ज्ञान और एकता का प्रतीक बनने जा रहा है। तीन हफ्तों तक चलने वाले इस आयोजन में गीता की दिव्य ध्वनि, भारत की विविधता, और विश्व बंधुत्व का संदेश एक साथ गूंजेगा। सरकार का कहना है कि कुरुक्षेत्र अब सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि ‘गीता से ग्लोबल’ होने की यात्रा का प्रतीक बन चुका है, जहां अध्यात्म, संस्कृति, शिक्षा और नवाचार का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।

