नयी दिल्ली, 25 जून (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व की आर्थिक महाशक्ति देशों के प्रमुखों से मिलेंगे। जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए जर्मनी की अपनी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि वह समूह और इसके भागीदारों के साथ ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, आतंकवाद रोधी उपायों, पर्यावरण और लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। विश़्व के सात सबसे धनी देशों के समूह जी-7 के शिखर सम्मेलन के लिए मोदी 26 और 27 जून को दक्षिणी जर्मनी के श्लॉस एलमाऊ का दौरा करेंगे। जी-7 के नेताओं के यूक्रेन संकट पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है जिसने वैश्विक खाद्य और ऊर्जा संकट को बढ़ावा देने के अलावा भू-राजनीतिक उथल-पुथल को जन्म दिया है।
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स के आमंत्रण पर मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं। शिखर सम्मेलन की मेजबानी जर्मनी द्वारा जी-7 के अध्यक्ष के रूप में की जा रही है। प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के पहले एक बयान में कहा, ‘शिखर सम्मेलन के सत्र के दौरान मैं पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आतंकवाद रोधी, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे सामयिक मुद्दों पर जी-7 के भागीदार देशों और अतिथि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करूंगा।’ मोदी ने कहा कि वह शिखर सम्मेलन से इतर भाग लेने वाले जी-7 और अतिथि देशों में से कुछ के नेताओं से मिलने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जर्मनी की यात्रा के दौरान मैं यूरोप के भारतीय प्रवासी सदस्यों से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं, जो स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं में बहुत योगदान दे रहे हैं और साथ ही यूरोपीय देशों के साथ हमारे संबंधों को समृद्ध कर रहे हैं।’
यूएई भी जाएंगे पीएम
मोदी ने कहा, ‘भारत वापस आते समय मैं 28 जून को यूएई के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ एक बैठक के लिए अबू धाबी, यूएई में कुछ देर ठहरूंगा तथा यूएई के पूर्व राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर निजी तौर पर शोक प्रकट करूंगा।’ जायद अल नाहयान का 13 मई को निधन हो गया था। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भारत की तरफ से संवेदना प्रकट करने के लिए यूएई गए थे।