राजीव तनेजा/एजेंसी
मोहाली, 7 जून
कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार में वन मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत को विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में आज तड़के 3 बजे हिरासत में ले लिया। पूर्व मंत्री साधु सिंह को आज अमलोह जिला फतेहगढ़ साहिब से गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में समाज कल्याण और वन मंत्री रहे धर्मसोत के साथ इस मामले में एक स्थानीय पत्रकार को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसे धर्मसोत का सहयोगी बताया जा रहा है। पंजाब में सतर्कता ब्यूरो के मुख्य निदेशक वरिंदर कुमार ने कहा कि डीएफओ और ठेकेदार से पूछताछ के दौरान पता चला कि पूर्व मंत्री कथित रूप से भ्रष्टाचार में लिप्त थे। कुमार ने दावा किया कि जांच में खुलासा हुआ है कि धर्मसोत को हर पेड़ को काटने के लिए 500 रुपये दिए जाते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उस दौरान धर्मसोत को कमीशन के तौर पर करीब 1.25 करोड़ रुपये हासिल हुए। कुमार ने यह भी दावा किया कि पूर्व मंत्री अपने विभाग के अधिकारियों के तबादलों और तैनाती के अलावा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए भी कथित तौर पर पैसे लेते थे। उनके सहयोगी कथित तौर पर उनकी ओर से पैसे वसूलते थे। कुमार ने कहा कि इन आरोपों के आधार पर मामला दर्ज कर पूर्व मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कमलजीत सिंह और चमकौर सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है, जो धर्मसोत की ओर से पैसे लेते थे। कुमार ने कहा कि धर्मसोत के आवास पर तलाशी जारी है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
धर्मसोत की गिरफ्तारी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पंजाब दौरे से कुछ घंटे पहले हुई है। कुछ दिन पहले ही भ्रष्टाचार के एक मामले में जिला वन अधिकारी गुरमनप्रीत सिंह और एक ठेकेदार हरमिंदर सिंह हम्मी की गिरफ्तारी हुई थी। सूत्रों ने बताया कि ऐसी सूचना थी कि इन दोनों ने धर्मसोत के मंत्री रहने के दौरान वन विभाग में कथित गलत कामों का ब्योरा मुहैया कराया था। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अप्रैल में धर्मसोत के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी। पंजाब में अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव की एक रिपोर्ट के बाद 2020 में कथित छात्रवृत्ति घोटाले में भी धर्मसोत का नाम सामने आया था। हालांकि, उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों की तीन सदस्यीय समिति ने क्लीन चिट दे दी थी।
कांग्रेस ने पूर्व मंत्री धर्मसोत की गिरफ्तारी को ‘बदले की राजनीति’ बताया
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गिरफ्तारी को ‘बदले की राजनीतिक’ करार दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वह कानून को अपना काम करने दें और ‘कंगारू अदालत न्याय प्रणाली’ न अपनाएं। अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने ट्वीट किया, ‘मान साहब, जैसा कि उम्मीद थी, आप साधु सिंह धर्मसोत को गिरफ्तार करके पंजाब में अराजकता, बेरोजगारी और (आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद) केजरीवाल तथा अन्य लागों के दखल जैसे मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘कानून को अपना काम करने दें। राजनीतिक प्रतिशोध का उलटा असर होगा।’