पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा ने बेटे की मौत पर तोड़ी चुप्पी, कहा- SIT जांच में आएगा सच सामने
Mohammad Mustafas son Death: पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) मोहम्मद मुस्तफा ने अपने बेटे की मौत से जुड़े सभी आरोपों को "पूरी तरह झूठा" करार दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा दर्ज मामला स्वागतयोग्य है, क्योंकि विशेष जांच दल (SIT) की जांच से "पूरा सच सामने आ जाएगा"।
मुस्तफा और उनकी पत्नी, पंजाब की पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना, पर उनके 35 वर्षीय पुत्र अक़ील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में केस दर्ज किया गया है। अक़ील का शव 16 अक्तूबर को हरियाणा के पंचकूला स्थित उनके आवास से मिला था। पुलिस ने इस मामले में अक़ील की पत्नी और बहन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
परिवार ने प्रारंभ में दावा किया था कि अक़ील की मौत नशे की ओवरडोज़ से हुई। बाद में उन्होंने शव को अपने पैतृक गांव हर्दा खेड़ी (सहारनपुर) में दफन कर दिया।मीडिया से बातचीत में मुस्तफा ने कहा कि उनका बेटा लगभग 18 वर्षों से मानसिक बीमारी (साइकोटिक डिसऑर्डर) से जूझ रहा था और नशे की लत से भी ग्रस्त था। उन्होंने कहा, “वह अक्सर हिंसक हो जाता था। उसके व्यवहार ने हमें वर्षों तक मानसिक रूप से पीड़ित रखा।”
पूर्व डीजीपी के अनुसार, 2008 में अक़ील ने अपनी मां की कूल्हे की हड्डी तक तोड़ दी थी, पर परिवार ने उस समय इसे गिरने की दुर्घटना बताकर छिपाया था। एक अन्य अवसर पर उसने अपनी पत्नी पर हमला करने की भी कोशिश की थी। मुस्तफा ने कहा, “हम सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोग हैं, इसलिए हमने इन बातों को छिपाया। मगर अब सच सामने आना जरूरी है।”
उन्होंने अपने बेटे के उस कथित वीडियो पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें अक़ील ने परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। मुस्तफा ने कहा कि यह वीडियो 27 अगस्त को अपलोड हुआ था और दो घंटे बाद बेटे ने स्वयं हटा लिया था, लेकिन कुछ लोगों ने उसे डाउनलोड कर लिया और अब “परिवार की छवि खराब करने के लिए उसका दुरुपयोग कर रहे हैं।”
मुस्तफा ने कहा कि वे SIT जांच में पूरा सहयोग देंगे, ताकि "सच्चाई उजागर हो सके"। उन्होंने मलेरकोटला निवासी शम्सुद्दीन की शिकायत पर दर्ज एफआईआर को “झूठी और राजनीतिक साजिश” बताया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने स्वयं बेटे का पोस्टमॉर्टम करवाने का आग्रह किया था, लेकिन रिपोर्ट अभी जारी नहीं हुई है।अक़ील के कथित वीडियो में वह कहता है कि वह “बहुत तनाव में है” और परिवार उसे “झूठे मामले में फंसाने या नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।”