कोलकाता, 30 अप्रैल (एजेंसी)
मध्य कोलकाता स्थित बड़ बाजार के मछुआपट्टी इलाके में ऋतुराज होटल में भीषण आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी दी कि घटना में मारे गए अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई और जबकि 13 अन्य घायल हो गए। कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा और राज्य के अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस ने शुरू में कहा था कि मंगलवार शाम ऋतुराज होटल में लगी आग में 15 लोग मारे गए थे। बाद में अस्पतालों और बचाव दल के रिकॉर्ड की जांच के बाद पुलिस कमिश्नर ने मृतकों की संख्या को संशोधित कर दिया। वर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि शुरुआती रिपोर्ट में 15 लोगों के मरने की सूचना थी। कुछ भ्रम था, लेकिन सत्यापन के बाद संख्या को 14 कर दिया गया है। फिलहाल हमारे पास यही पुष्ट आंकड़ा है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में मारे गए 14 लोगों में 11 पुरुष थे। अब तक 8 मृतकों की पहचान हुई है। मरने वालों में 1 महिला और 2 बच्चे शामिल हैं। ज्यादातर मामलों में मौत का कारण दम घुटना बताया जा रहा है, जबकि कुछ लोग घबराहट में होटल की ऊपरी मंजिलों से कूदने के कारण मरे। घटनास्थल की घेराबंदी की गई है। जल्द ही एक फोरेंसिक टीम घटनास्थल की जांच करेगी।
घटना के बाद कोलकाता पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, जो आग लगने के कारण और सुरक्षा में चूक का पता लगाएगी। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी में एक अप्रिय घटना हुई, लेकिन उस दौरान भी वह पूर्वी मेदिनीपुर जिले के दीघा में जगन्नाथ धाम के एक दिवसीय उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह उनकी सहानुभूति की कमी और उनके प्रशासन की विफलता को उजागर करता है। जब असहाय आम नागरिक आग की लपटों में फंसे हुए थे और दर्द में मर रहे थे, तब मुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दोहन करने में व्यस्त थीं। मजूमदार ने राज्य भर के भाजपा कार्यकर्ताओं से तुरंत राहत कार्य शुरू करने और पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान करने का आह्वान किया।
42 कमरों में 88 लोग ठहरे हुए थे, जान बचाने को चीखते हुए लोग खिड़कियों से कूदे
जानकारी के मुताबिक मेचुआपट्टी इलाके के किफायती ऋतुराज होटल में आग लगने की खबर सबसे पहले मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे मिली और देखते ही देखते 4 मंजिला इमारत भट्टी में तब्दील हो गई। इस दौरान होटल में 42 कमरों में 88 मेहमान ठहरे हुए थे। अधिकारी प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटें होटल की खिड़कियों से बाहर निकल रही थीं और घने काले धुएं से गली भर गई थी। होटल में फंसे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे, जबकि कुछ लोग आग से बचने के लिए खिड़कियों से कूद गए। सीढ़ियों और रस्सियों की मदद से दमकलकर्मियों ने झुलसे लोगों को बाहर निकाला, जबकि आग में घिरे हुए ढांचे से चीख-पुकार की आवाजें आ रही थीं। राज्य अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग ने बताया कि दमकल की 10 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार सुबह आग पर काबू पा लिया गया। मुर्शिदाबाद के व्यापारी अब्दुल करीम ने बताया, 'जब बिजली गई तब मैं दूसरी मंजिल पर था। मैने दरवाजा खोला तो धुआं अंदर आ रहा था। लोग चिल्ला रहे थे और भाग रहे थे।' कुछ मेहमान खिड़कियों से बाहर झुककर मदद के लिए चिल्लाते देखे गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि एक लड़का अपनी मां को पुकारते हुए आग में लापता हो गया और एक व्यक्ति जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूद गया जिससे उसका पैर टूट गया।
पीएम व बंगाल सीएम ने कई नेताओं ने जताया दुख
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और हर मृतक के परिजन को वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी को उद्धृत करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, 'कोलकाता में आग लगने की घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत निधि (पीएमएनआरएफ) से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।'
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मृतकों की संख्या 14 होने की पुष्टि की और घटना की जांच के आदेश दिए। बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट किया, 'बड़ बाजार इलाके में एक निजी होटल में आग लगने की घटना के पीड़ितों के प्रति मेरी संवेदना है। मैंने रात भर बचाव और अग्निशमन कार्यों की निगरानी की और इलाके में अधिकतम दमकल सेवाओं को भेजने का निर्देश दिया। सबसे अधिक प्रतिकूल परिस्थिति होने के बावजूद लगभग 99 लोगों को बचाने में अग्निशमन सेवा एवं पुलिस के प्रयासों की सराहना करती हूं। हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, क्योंकि अंदर ज्वलनशील पदार्थ जमा थे। राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और प्रत्येक घायल को 50-50 हजार रुपये देगी। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।'
- तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी ने एक्स पर लिखा, ‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। राज्य प्रशासन, विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर प्रभावित लोगों की सहायता करने और प्रभावी राहत एवं पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। इस कठिन घड़ी में हम प्रभावित सभी लोगों के प्रति अटूट एकजुटता जताते हैं और उनके साथ खड़े हैं।'