विजय मोहन
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 8 अगस्त
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) में पहली बार 2 महिलाओं को कम्बैटाइज़्ड अधिकारियों के रूप में शामिल किया गया है। अब तक, आईटीबीपी में महिला अधिकारी चिकित्सा शाखा में सेवारत थीं या शीर्ष क्षेत्रों में भारतीय पुलिस सेवा से प्रतिनियुक्ति पर थीं। युद्ध में भूमिका निभाने के लिये यह पहली महिला अधिकारी हैं।
बुनियादी प्रशिक्षण पूरा करने के बाद आज मसूरी में आईटीबीपी अकादमी में आयोजित एक पासिंग आउट परेड में दोनों अधिकारियों, प्रकृति और दीक्षा को सहायक कमांडेंट के रूप में फोर्स में शामिल किया गया। एक प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें आईटीबीपी बटालियन में कंपनी कमांडर के तौर पर तैनात किया जाएगा। प्रकृति एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं, जबकि दीक्षा आईटीबीपी में कार्यरत एक इंस्पेक्टर की बेटी हैं।
आज कुल 53 अधिकारी पास आउट हुए। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद थे। आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी वहां उपस्थित थे। मुख्यमंत्री द्वारा ‘हिस्ट्री ऑफ आईटीबीपी’ पुस्तक का भी विमोचन किया गया।
आईटीबीपी ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए प्रवेश परीक्षा के माध्यम से 2016 में कैम्बैटाइज़ अधिकारियों के रूप में महिलाओं को शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की थी।