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Flood in Marathwada : मांजरा बांध के खोले गए 12 गेट, बीड-लातूर के कई हिस्से जलमग्न

निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति, गांवों से संपर्क टूटा

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महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण पूरी तरह से भर जाने के बाद मांजरा बांध के 12 गेट खोलने पड़े। इस कारण निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और गांवों से संपर्क टूट गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि कैज तहसील के धनेगांव स्थित मांजरा बांध 100 प्रतिशत भर गया है। जलाशय के छह गेट सुबह 3 मीटर तक खोले गए तथा बाद में छह और गेट 0.25 मीटर तक खोले गए। पानी छोड़े जाने से महाराष्ट्र के बीड और लातूर जिलों तथा पड़ोसी कर्नाटक के बीदर में बाढ़ आ गई। खंड अभियंता अनूप गिरी ने बताया कि नदी में कम से कम 55,113.30 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे कर्नाटक तक के लगभग 152 गांव प्रभावित हुए हैं।

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जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा और उसके बाद बांध के 12 गेट से पानी छोड़े जाने के कारण 7 गांवों में बाढ़ आ गई है। कैज के तहसीलदार राकेश गिड्डे ने बताया कि कैज तहसील के इस्थल और वाकडी में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया और 15 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बांध से पानी छोड़े जाने के कई गांवों में बाढ़ आ गई।

बीड की माजलगांव तहसील के संदास चिंचोली और देपेगांव के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सोमवार से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के दलों को तैनात किया गया है। बाढ़ के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है तथा संचार व्यवस्था बाधित हो गई है।

एक महत्वपूर्ण अभियान में एनडीआरएफ ने संदास चिंचोली की एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। बाढ़ के पानी में मोगरा पुल डूब जाने के कारण डाकपिंपरी, मोगरा, पोहनेर, सालेगांव, कोथाला, खटगावहान और दिग्रस गांवों से संपर्क टूट गया है।

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