दिल्ली अंडरवर्ल्ड में बढ़ीं महिला बॉस
दिल्ली की धूल भरी सड़कों पर डर हमेशा पिस्तौल लिए चौड़े कंधों वाले आदमी की शक्ल में नहीं आता। कभी-कभी, यह साड़ी या सलवार कमीज पहने, आंखों में काजल लगाए भी आता है। 17 अप्रैल को एक 17 साल के लड़के की चाकू मारकर की गई निर्मम हत्या ने इस नयी सच्चाई को उजागर किया है। जब तीन हमलावर अपने शिकार पर टूट पड़े, तो 19 साल की महिला उनके पास ही शांत होकर खड़ी रही। यह थी सीलमपुर की कुख्यात 'लेडी डॉन' जिकरा खान ।
जिकरा जैसी महिलाएं दिल्ली के आपराधिक जगत के हाशिये से निकलकर सबसे आगे आ गई हैं। वो दिन गए, जब पुलिस फाइलों में सिर्फ पुरुष गैंगस्टर ही नजर आते थे। आज के अपराधियों में करोड़ों के ड्रग साम्राज्य चलाने वाली, महिलाओं को मारने के आदेश देने वाली और महिलाओं व बच्चों की तस्करी करने वाली महिलाएं 'डॉन' भी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'महिला अपराधी पुरुषों से ज्यादा निर्दयी हो सकती हैं। जबकि पुरुष गैंगस्टर खुद को साबित करना चाहते हैं। ये महिलाएं सिर्फ नतीजों पर ध्यान केंद्रित करती हैं।'
सत्ता तक पहुंचने के उनके रास्ते अलग-अलग हैं। कुछ ने गरीबी से छोटे-मोटे अपराधों के जरिए तरक्की की, जबकि कुछ ने अपने साथियों के जेल जाने या मारे जाने के बाद गैंगस्टरों के झांसे में आकर आपराधिक साम्राज्य विरासत में हासिल किया। पुलिस का कहना है कि जो बात उन्हें अलग बनाती है, वह है कमजोरी और डर को हथियार बनाने की उनकी क्षमता। एक आम औरत की तरह भीड़ में गायब हो जाना और फिर किसी के अंतिम क्षणों में एक साये की तरह फिर से प्रकट हो जाना।
जिकरा की हालिया हत्या की चार्जशीट दिल्ली की महिला अपराधियों पर बढ़ते हुए दस्तावेजों में शामिल हो गई है। सबसे ज्यादा खतरनाक अपराधियों में से एक है, सोनू पंजाबण, जिसका असली नाम गीता अरोड़ा है, जो एक गैंगस्टर की विधवा से जीबी रोड के देह व्यापार की निर्विवाद शासक बन गई। उसका वेश्यावृत्ति गिरोह हाई-प्रोफाइल ग्राहकों को नाबालिगों की आपूर्ति करता था, उसके बाद पॉक्सो और मानव तस्करी कानूनों के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया। सूची में अगला नाम जोया खान का है, जिसने 2019 में अपने गैंगस्टर पति हाशिम बाबा के जेल जाने के बाद एक ड्रग साम्राज्य की कमान संभाली। पुलिस का कहना है कि उसने लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य की 225 ग्राम हेरोइन के साथ उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्तार होने तक इस नेटवर्क को उसने सक्रिय रखा।
ज़िकरा खान, एक पूर्व बाउंसर, किशोर हत्यारों की भर्ती और प्रशिक्षण में माहिर थी। किशोरी की हत्या में उसकी कथित संलिप्तता ने उसे दिल्ली की सबसे खतरनाक महिलाओं में से एक के रूप में स्थापित कर दिया।
कुछ महिला गैंगस्टर अपने इलाकों में किंवदंतियां हैं। माता-पिता बच्चों को डराने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करते हैं। प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर उनसे डरते हैं। और कुछ लोग परदे के पीछे उनकी ताकत की तारीफ करते हैं।