Nirav Modi 'पूछताछ’ के डर से नीरव मोदी फिर कोर्ट पहुंचे, यूके में प्रत्यर्पण दोबारा खोलने की मांग
जांच एजेंसियां देंगी जवाब, 23 नवंबर को अहम सुनवाई
Nirav Modi भारत के 6,498 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले से जुड़े भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने अब ब्रिटेन की अदालत में एक नया पत्ता फेंका है। उन्होंने दावा किया है कि भारत लौटने पर उनसे जांच एजेंसियां ‘कड़ी पूछताछ’ कर सकती हैं, इसलिए उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया दोबारा खोली जाए। लेकिन भारतीय एजेंसियां इसका जवाब साफ शब्दों में देने को तैयार हैं — ‘पूछताछ की कोई जरूरत नहीं, अब सिर्फ मुकदमा बाकी है।’
लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट 23 नवंबर को नीरव मोदी की याचिका पर सुनवाई करेगी। 54 वर्षीय मोदी, जो पहले ही ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय तक अपनी कानूनी लड़ाई हार चुके हैं, अब ‘पूछताछ और यातना’ के डर का हवाला देकर प्रत्यर्पण प्रक्रिया को फिर से शुरू कराने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत की ओर से साफ संदेश : पूछताछ नहीं, मुकदमा होगा
भारत ने पहले ही अदालत को भरोसा दिलाया है कि मोदी से किसी प्रकार की पूछताछ नहीं की जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हमारे आरोपपत्र दाखिल हो चुके हैं, जांच लगभग पूरी है। अब हमें सिर्फ अदालत में मुकदमा चलाना है, पूछताछ की जरूरत नहीं।’
यदि ब्रिटेन की अदालत ने पूछा तो एजेंसियां यह आश्वासन दोहराने को तैयार हैं कि मोदी को भारत लाने के बाद उनसे कोई पूछताछ नहीं होगी।
आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा
भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि नीरव मोदी को मुंबई की आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा, जहां न हिंसा का कोई खतरा है, न भीड़भाड़ या दुर्व्यवहार का। जेल में चिकित्सीय सुविधा भी मौजूद है। साथ ही, उनके खिलाफ कोई नया मामला दर्ज नहीं किया जाएगा और मुकदमा भारतीय कानूनों के अनुसार ही चलेगा।
छह साल से लंदन की जेल में बंद
नीरव मोदी को 19 मार्च 2019 को लंदन में प्रत्यर्पण वारंट के तहत गिरफ्तार किया गया था। ब्रिटेन की तत्कालीन गृह मंत्री प्रीति पटेल ने अप्रैल 2021 में उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। तब से वे ब्रिटेन की जेल में हैं। उनकी सभी जमानत याचिकाएं अब तक खारिज हो चुकी हैं, क्योंकि अदालत ने उन्हें ‘फ्लाइट रिस्क’ यानी भागने की आशंका वाला व्यक्ति बताया है।
तीन अलग-अलग मामलों में फंसे नीरव मोदी
- पीएनबी घोटाला (सीबीआई मामला): पंजाब नेशनल बैंक से लगभग 6,498 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी।
- मनी लॉन्ड्रिंग (ईडी मामला): घोटाले से अर्जित धन की कथित हेराफेरी।
- सबूतों और गवाहों से छेड़छाड़: सीबीआई द्वारा दर्ज तीसरा आपराधिक मामला।
कभी ‘नीरव’ ब्रांड के हीरे वैश्विक सेलिब्रिटीज की पसंद हुआ करते थे, लेकिन अब वही कारोबारी लंदन की जेल से भारत प्रत्यर्पण से बचने के लिए आखिरी कानूनी दांव चला रहा है।