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Fatehabad News: फर्जी NOC जारी करने के मामले में तत्कालीन लिपिक पर केस, मीटिंग से पहले कार्रवाई

पांच साल से काट रहा था कार्यालय के चक्कर , फर्जी तरीके से वाहन की NOC जारी करने की शिकायत दर्ज, ग्रीवियंस मीटिंग से पहले तत्कालीन लिपिक पर हुई FIR
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फतेहाबाद, 16दिसंबर(हप्र)

Fatehabad News: करीब एक साल बाद होने जा रही जनपरिवाद समिति की मीटिंग से पहले एसडीएम ने तत्कालीन लिपिक पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया गया है जबकि फर्जी तरीके से वाहन की एनओसी जारी करने का मामला पांच साल से पेंडिंग पड़ा था तथा पीड़ित कार्यालय के चक्कर काट रहा था।

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शिकायतकर्ता ने 2019 में इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी स्कॉरपियो गाड़ी की एनओसी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा बहादुरगढ़ के किसी व्यक्ति के नाम जारी कर दी। 5 साल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज जब यह मामला मीटिंग में मंत्री श्रुति चौधरी के समक्ष रखा जाना था तो उससे पहले ही प्रशासन हरकत में आया और एफआईआर के निर्देश जारी किए गए।

एसपी को भेजे पत्र में एसडीएम कम मोटर वाहन पंजीकरण प्राधिकारी जयवीर यादव ने बताया कि किरढान निवासी देवेंद्र ने 26 अगस्त 2019 को शिकायत देकर बताया था कि उसकी स्कारपियो गाड़ी नंबर एचआर 22 एल-2078 की एनओसी कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा मिलीभगत करके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बहादुरगढ़ के किसी व्यक्ति के नाम जारी कर दी है। पांच वर्षों तक मामले में कार्रवाई न होने पर शिकायतकर्ता ने 27 नवंबर 2024 को हुए जिला स्तरीय समाधान शिविर में उपायुक्त के सामने फिर यह मामला उठाया। जिस पर उपायुक्त ने इस मामले में जांच पड़ताल के आदेश दिए थे। आज यह मामला जिला लोकसंपर्क एवं जनपरिवाद समिति की मासिक मीटिंग में मंत्री श्रुति चौधरी के समक्ष भी रखा जाना था।

एसडीएम ने पत्र में बताया कि मोटर वाहन पंजीकरण शाखा के रिकॉर्ड का अवलोकन करने पर ज्ञात हुआ है कि वाहन संख्या एचआर 22 एल-2078 की एनआअेसी 12 मार्च 2019 को बहादुरगढ़ के अर्जुन चौधरी के नाम जारी की गई है। यह एनओसी उस समय कार्यालय में कार्यरत रहे पंजीकरण लिपिक ओमप्रकाश सिहाग द्वारा अपने स्तर पर नियमों के विरुद्ध फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी की गई। पुलिस ने अब तत्कालीन पंजीकरण लिपिक के खिलाफ़ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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