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Farmers : भयंकर बरसात व तूफान ने फेरा किसान और आढ़तियों के मंसूबों पर पानी, कहा - समय रहते होता गेहूं का उठान तो बच सकता था नुकसान

झज्जर अनाज मंडी में खुले में पड़ी हजारों क्विंटल गेहूं और सरसों हुई खराब, कहा - बहाने बाजी लगाकर अच्छे गेहूं की ट्रालियों को भी गोदाम से वापस भेजा
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झज्जर,02मई(हमारे प्रतिनिधि)

Farmers : बीती रात अचानक आए भयंकर तूफान और बरसात ने झज्जर में किसान और आढतियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। दोनों को ही इस बार उम्मीद थी कि अनाज मंडी में आई फसल का उन्हें अच्छा भाव मिलेगा।

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उन्हें इसका फायदा भी मिलता अगर समय रहते झज्जर अनाज मंडी के अंदर खुले में पड़ा गेहूं समय रहते उठान कर लिया जाता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और हजारों क्विंटल गेहूं व सरसों की फसल अचानक आए भयंकर तूफान और बरसात की वजह से खराब हो गई।

आढतियों का कहना था कि मौसम विभाग ने पहले से ही बात की भविष्यवाणी भी कर रखी थी लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि झज्जर अनाज मंडी में केवल वही फसल बची है जो की तीन साइड के नीचे पड़ी हुई थी। बाकी सारा का सारा खुले में पड़ा हजारों क्विंटल गेहूं बरसात के पानी में बुरी तरह भीग गया, जिसका सीधे रूप से नुकसान आढ़तियों को होना बताया गया है।

उन्होंने कहा कि लापरवाही का इससे ज्यादा प्रमाण और क्या होगा कि जो सूखा गेहूं था उसे भी बहाने बाजी लगाकर गोदाम से वापस भेज दिया गया। आरती ने कहा कि यह लापरवाही से ही आरतियों का नुकसान हुआ है और सरकार को चाहिए कि इस मामले में हस्तक्षेप कर जो आरती को नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करें।

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