सोमनाथ, 20 अगस्त (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंक के बूते साम्राज्य खड़ा करने की सोच और ‘तोड़ने वाली शक्तियां’ भले ही कुछ समय के लिए हावी हो जाएं लेकिन उनका अस्तित्व कभी स्थायी नहीं होता और वह मानवता को दबाकर नहीं रख सकतीं।
गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर से जुड़ी कई परियोजनाओं का वीडियो कांफ्रेंस से उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद मोदी ने यह बात कही। उन्होंने इस अवसर पर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा करने और विभिन्न क्षेत्रों की प्रगति के लिए ‘आध्यात्मिक पर्यटन’ विकसित करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। हालांकि अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने न तो किसी देश का नाम लिया और न ही किसी संगठन का। सोमनाथ मंदिर को विदेशी आक्रांताओं द्वारा बार-बार तोड़े जाने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह स्थान आज भी पूरे विश्व के सामने यह आह्वान कर रहा है कि सत्य को असत्य से हराया नहीं जा सकता। आस्था को आतंक से कुचला नहीं जा सकता।’
गुजरात को मिली 83 करोड़ की परियाेजनाएं
इससे पहले प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से करीब 83 करोड़ रुपये की लागत की जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमें सोमनाथ ‘समुद्र दर्शन’ पैदल पथ, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और पुनर्निर्मित अहिल्याबाई होलकर मंदिर शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने पार्वती मंदिर की आधारशिला भी रखी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाईक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए।