सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 30 जुलाई
बाड़मेर में वायुसेना के मिग-21 विमान हादसे में शहीद आरएस पुरा निवासी फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल (26) का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो तिरंगे में लिपटे शव को देखकर गांव में सभी की आंखें नम हो गई। उनके घर पहुंचे हजारों लोगों ने भारत माता की जय और अद्वितीय बल जिंदाबाद के नारे लगाए। जैसे ही वायु सेना के जवान राष्ट्रीय ध्वज से सजे अद्वितीय बल का पार्थिव शरीर गांव में लेकर पहुंचे वातावरण में ‘अद्वितीय बल अमर रहें’ के नारे गूंजने लगे। हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर सड़क किनारे खड़े युवा भारत माता की जय के नारे भी बुलंद कर रहे थे। वीर अद्वितीय के अंतिम दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों की आंखें नम थीं। जैसे ही अद्वितीय का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा, उसकी मां, दादी, परिवार के अन्य सदस्य और मोहल्ला वासी बिलख-बिलख कर रोने लगे। अंतिम रस्मों को पूरा कर लिया गया है। बलिदानी अद्वितीय का अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया गया। उनके अंतिम दर्शन करने के लिए राजनीतिक, सामाजिक व प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे थे।
परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल था। अद्वितीय बल का छोटा भाई हर्षित बल इंजीनियर है। दादा व दादी पोते की तस्वीर हाथों में लिये उसे याद कर रहे थे।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि 16 जुलाई को अद्वितीय बल का जन्मदिन था। उस दिन भी बात हुई थी और अगस्त के पहले सप्ताह छुट्टी पर आने के लिए कहा था, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। अद्वितीय ने सैनिक स्कूल नगरोटा में कक्षा छह में दाखिला लिया। पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 2014 में एनडीए की परीक्षा पास की और वर्ष 2018 में अद्वितीय फ्लाइंग आफिसर बने।