सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 17 अक्तूबर
अगर सूत्रों पर विश्वास करें तो पुंछ के जंगलों में पिछले 7 दिनों से भारतीय सेना के जवानों का मुकाबला पाक सेना के एसएसजी कमाडों तथा स्नाइपरों से हो रहा है। उनके साथ दर्जनभर अति प्रशिक्षित आतंकी भी हैं। हालांकि सेना ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है पर खुफिया अधिकारी कहते हैं कि हिलकाका में भट्टीधार मुठभेड़ के बाद पहली बार पुंछ के जंगलों में चलने वाली इतनी लंबी मुठभेड़ में सेना ने अपने 9 अधिकारियों व जवानों को खोया है। खुफिया अधिकारियों के दावे उन लोगों से पूछताछ पर आधारित बताए जाते हैं जिन्हें इस मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को कथित तौर पर शरण देने के आरोपों में पकड़ा गया है। यह सच है कि एक लंबे अरसे के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकियों के साथ होने वाली जंग इतनी लंबी चली है। इस जंग की खास बात यह है कि पहली बार आतंकवाद के इतिहास में मुठभेड़ के दौरान सेना के दो जवान लापता हो गए और बाद में उनके मिले शवों को देखते हुए यह कहा जा रहा था कि आतंकियों में स्नाइपर तथा कमांडो भी शामिल हैं। दावा यह किया जा रहा है कि करीब दर्जन भर पाक सेना के एसएसजी कमांडों आतंकियों के साथ भारतीय सेना पर गोलीबारी कर रहे हैं।