चुनावी घड़ी... भाजपा में शामिल होने के लिए लगी झड़ी
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 18 फरवरी
कांग्रेस पार्टी अभी लोकसभा, विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के सदमे से उबर भी नहीं पाई थी कि मंगलवार को कांग्रेस-आप के कई दिग्गज नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी को अलविदा कह दिया। कांग्रेस छोड़ने वालों में पार्टी के जिला संयोजक तरलोचन सिंह, कांग्रेस के किसान सैल के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरविंद मान उर्फ नीटू मान, कांग्रेस के पूर्व जिला कार्यकारी अध्यक्ष अशोक खुराना, प्रवेश गाबा शामिल हैं। गौर हो कि तरलोचन पूर्व सीएम मनोहर लाल, मौजूदा सीएम नायब सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी कांग्रेस के पूर्व जिला कार्यकारी अध्यक्ष अशोक खुराना, कांग्रेस नेता प्रवेश गाबा, जिला संयोजक तरलोचन सिंह के निवास पर पहुंचे और भाजपा ज्वाइन करवाई। तरलोचन सिंह ने कहा कि कई बार प्रदेश हाईकमान को शिकायत के बाद भी पूर्व विधायक को विधानसभा का टिकट थमा दिया। पूर्व जिला कार्यकारी अध्यक्ष अशोक खुराना ने भी मेयर का टिकट न देने की वजह से कांग्रेस को अलविदा कहा। आप के टिकट पर करनाल विस चुनाव लड़ चुके सुनील बिंदल ने पार्टी को अलविदा कह दिया।
ये नेता भी हुए शामिल : पूर्व नगरपालिका चेयरमैन बलविंद्र कालड़ा, दून ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स के प्रबंध निदेशक कुलजिंदर मोहन सिंह बाठ, पूर्व पार्षद अमनदीप चावला, सागर चंदेल, पूर्व एमसी कनक रानी, मनिंद्र शंटी, सोनिया तंवर, संतोष तेजान, नीलम मल्होत्रा, एडवोकेट हरदेव सिंह, राजबीर काम्बोज, रानी काम्बोज सहित अन्य को भाजपा कार्यालय कर्ण कमल में आमंत्रित कर मुख्यमंत्री सैनी द्वारा पट्टिका पहना कर भाजपा में शामिल करवाया गया।
कांग्रेस मुक्त हुआ करनाल शहर : सीएम
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि करनाल कांग्रेस मुक्त हो गया है। यहां के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे पूरा प्रदेश कांग्रेस मुक्त होगा। सैनी के साथ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, करनाल विधायक जगमोहन आंनद, असंध विधायक योगेंद्र राणा, मेयर प्रत्याशी रेणु बाला गुप्ता, जिलाध्यक्ष बृज गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि कविंद्र राणा, भारत भूषण कपूर आिद मौजूद रहे।
तरलोचन सिंह को मनाने घर पहुंचे कांग्रेस मेयर प्रत्याशी
कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा व दिव्यांशु बुद्धिराजा कांग्रेस नेताओं को मनाने के लिए तरलोचन सिंह के निवास पर पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी। एक साथ कई नेताओं के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने से कार्यकर्ताओं में हताशा है।